Election Express Video: प्रभात खबर के इलेक्शन एक्सप्रेस की चौपाल के तहत लौरिया विधानसभा में शुक्रवार को जनता और जनप्रतिनिधियों के बीच सीधी संवाद की अनूठी तस्वीर देखने को मिली. चर्चा में पर्यटन, बुनियादी सुविधाएं, स्थानीय विकास और किसान-मजदूरों की समस्याओं जैसे विषयों पर खुलकर बहस हुई.
कार्यक्रम की शुरुआत में विधायक विनय बिहारी ने कहा कि लौरिया को ऐतिहासिक और धार्मिक दृष्टिकोण से विकसित करने की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि अशोक स्तंभ और नंदनगढ़ जैसे स्थलों को बुद्ध सर्किट से जोड़ा जा रहा है. “महात्मा बुद्ध रिंग रोड” की स्वीकृति मिल चुकी है और टेंडर प्रक्रिया भी पूर्ण हो गई है. उन्होंने दावा किया कि आचार संहिता लागू होने से पहले लौरिया में स्टेडियम निर्माण कार्य की नींव रख दी जाएगी.
डिग्री कॉलेज और सड़क-पुल पर भी हुए ऐलान
शिक्षा के क्षेत्र में डिग्री कॉलेज की मांग पर विधायक ने कहा कि क्षेत्र में पहले से ही दो डिग्री कॉलेज हैं और सरकार की नीति के तहत फिलहाल नए कॉलेज की जरूरत नहीं दिख रही है. वहीं, जवाहिर घाट पुल के टेंडर की बात कहते हुए उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य जल्द शुरू होगा. मनुआपुल-रतवल सड़क और लौरिया-मच्छरगांवा मार्ग को लेकर भी उन्होंने आने वाले महीनों में काम शुरू होने की बात कही.
खाद संकट पर जनता ने उठाई आवाज
चौपाल में सबसे अधिक चिंता खाद की किल्लत को लेकर देखी गई. ग्रामीणों ने बताया कि खेती के इस महत्वपूर्ण समय में यूरिया और अन्य उर्वरक नहीं मिल पा रहे हैं. इस पर विधायक ने भरोसा दिलाया कि “जिला प्रशासन से बात हो चुकी है, अगले दो-तीन दिनों में खाद की समस्या पूरी तरह खत्म हो जाएगी.”
रिंग रोड, नगर पंचायत का दर्जा और पेयजल संकट पर उठा मुद्दा
नगर क्षेत्र में रिंग रोड की मांग, नगर पंचायत का दर्जा और पेयजल संकट भी चर्चा में रहा. विधायक ने बताया कि मच्छरगांवा और लौरिया को नगर पंचायत का दर्जा दिलाने के लिए राज्य सरकार से लगातार संपर्क में हैं. वहीं बिजली, सड़क और राशन की व्यवस्था में सुधार का दावा भी किया.
विपक्ष ने किया विकास के दावों का विरोध
चौपाल में शामिल राजद नेता शंभू तिवारी और अन्य विपक्षी प्रतिनिधियों ने विधायक के दावों पर सवाल उठाते हुए कहा कि विकास सिर्फ कागजों तक सीमित है. जनता आज भी मूलभूत सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रही है. उन्होंने स्टेडियम और रिंग रोड जैसे वादों को चुनावी घोषणा करार दिया.
जनता ने खुलकर रखी अपनी बात
इस चौपाल की खासियत रही कि लोगों ने बेहिचक अपनी समस्याएं और सवाल सामने रखे. चाहे वह किसानों की परेशानी हो, युवाओं को रोजगार की बात या फिर बाजार में पानी-बिजली की असुविधा जनता की आवाज हर मुद्दे पर बुलंद रही.