Triveniganj Assembly constituency: त्रिवेणीगंज विधानसभा सीट बिहार के सुपौल जिले में एक अनुसूचित जाति (SC) के लिए आरक्षित क्षेत्र है, जिसका गठन 1957 में हुआ था. 2008 के परिसीमन के बाद इसे आरक्षित घोषित किया गया. राजनीतिक दृष्टि से यह क्षेत्र शुरुआत में कांग्रेस और वामपंथी दलों के प्रभाव में रहा, लेकिन समय के साथ यहां जनता पार्टी, जनता दल और बाद में जदयू (JD(U)) का वर्चस्व कायम हुआ.
जदयू की पकड़ बरकरार
2000 में राजद के अनूप लाल यादव ने यहां जीत दर्ज की, लेकिन 2005 से जदयू इस सीट पर मजबूत स्थिति में है. वर्ष 2010 से वीणा भारती यहां की जदयू विधायक हैं और 2020 में उन्होंने करीब 3,000 वोटों से RJD के उम्मीदवार को हराकर अपनी सीट बरकरार रखी. वर्तमान में भी वे विधायक हैं और पार्टी की पकड़ मजबूत बनी हुई है. हालांकि RJD और LJP जैसी पार्टियां लगातार चुनौती पेश कर रही हैं.
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क्या हैं मुद्दे
क्षेत्र में बाढ़, शिक्षा, सड़क और बुनियादी ढांचे की समस्याएं प्रमुख मुद्दे हैं, जिनका प्रभाव स्थानीय राजनीति पर पड़ता है. कोसी नदी के कारण नियमित रूप से आने वाली बाढ़ से जनजीवन प्रभावित होता है। साक्षरता दर राज्य औसत से कम है, और जातीय समीकरण, विशेष रूप से रविदास, पासवान, कोइरी और मुस्लिम मतदाताओं की भूमिका चुनावों में अहम है. यह सीट सुपौल लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आती है, जहां से वर्तमान में जदयू के दिलेश्वर कमैत सांसद हैं. कुल मिलाकर, त्रिवेणीगंज विधानसभा सीट पर जदयू की स्थिति मजबूत है, लेकिन राजनीतिक प्रतिस्पर्धा लगातार बनी हुई है.