World War 1 in Hindi: प्रथम विश्व युद्ध 1914 से 1918 तक चला. इसमें दुनिया की कई बड़ी ताकतें शामिल थीं. यह युद्ध इतना बड़ा था कि इसने पूरी दुनिया को हिला दिया. इसने कई साम्राज्यों को खत्म कर दिया और दुनिया की राजनीतिक तस्वीर को बदल दिया. प्रथम विश्व युद्ध के बाद कई परिदृश्य बदल गए और यही वजह है कि प्रथम विश्व युद्ध को महान युद्ध भी कहा जाता है. प्रथम विश्व युद्ध परीक्षाओं और इंटरव्यू के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण और इसके बारे में पूछा भी जाता है. इसलिए यहां प्रथम विश्व युद्ध (World War 1) के बारे में विस्तार से बताया जा रहा है.
प्रथम विश्व युद्ध के मुख्य कारण (Causes of World War 1)
रिपोर्ट्स के अनुसार, सैन्यवाद (Militarism): प्रथम विश्व युद्ध के मुख्य कारण में एक सैन्यवाद है. उस समय यूरोप के कई देश अपनी सेनाओं को मजबूत बना रहे थे. सभी देश हथियार जमा कर रहे थे. इससे एक-दूसरे के बीच डर और तनाव बढ़ गया.
गठबंधन: युद्ध से पहले दो बड़े गठबंधन बन चुके थे. ट्रिपल एंटेंट में फ्रांस, रूस और ब्रिटेन और ट्रिपल एलायंस में जर्मनी, ऑस्ट्रिया-हंगरी और इटली. इन देशों ने एक-दूसरे की रक्षा का वादा किया था. यही वजह थी कि एक छोटी लड़ाई भी बड़ा युद्ध बन गई.
साम्राज्यवाद (Imperialism): यूरोपीय देश अफ्रीका और एशिया में अपने उपनिवेश बढ़ाने की कोशिश कर रहे थे. इससे उनके बीच प्रतियोगिता और अविश्वास बढ़ गया.
राष्ट्रवाद (Nationalism): कई जातीय समूह, खासकर बाल्कन क्षेत्र में आजादी चाहते थे. राष्ट्रीय गर्व की भावना ने युद्ध के माहौल को और बढ़ा दिया.
युद्ध की शुरुआत (Trigger Point): 28 जून 1914 को ऑस्ट्रिया-हंगरी के युवराज आर्चड्यूक फ्रांज फर्डिनेंड की हत्या हो गई. यह हत्या एक सर्बियाई राष्ट्रवादी ने की थी. इसके बाद देशों ने एक-दूसरे पर युद्ध घोषित करना शुरू कर दिया.
युद्ध के दौरान प्रमुख घटनाएं (World War 1 in Hindi)
- पश्चिमी मोर्चा (Western Front): यह मोर्चा फ्रांस और बेल्जियम में था. यहां खाई युद्ध (Trench Warfare) हुआ. सोम्मे और वर्दुन की लड़ाइयों में लाखों सैनिक मारे गए.
- पूर्वी मोर्चा (Eastern Front): यहां जर्मनी और ऑस्ट्रिया-हंगरी ने रूस से युद्ध किया. रूसी सेना को भारी नुकसान हुआ. इससे रूस के अंदर क्रांति की स्थिति बन गई.
- अमेरिका का शामिल होना: शुरुआत में अमेरिका इस युद्ध से दूर था लेकिन 1917 में जर्मनी की पनडुब्बी नीति और जिमरमैन टेलीग्राम की वजह से अमेरिका युद्ध में आया और इससे युद्ध का रुख बदल गया.
11 नवंबर 1918 को क्या हुआ था? (World War 1 summary)
11 नवंबर 1918 को जर्मनी ने हार मान ली और युद्धविराम समझौता किया. इसके बाद 1919 में वर्साय की संधि पर हस्ताक्षर हुए. इस संधि में जर्मनी को सख्त शर्तें दी गईं और भारी जुर्माना लगाया गया.
यह भी पढ़ें- Success Story: IITian से TV एक्टर, Microsoft में नौकरी…फिर UPSC पास कर IPS अफसर बने अभय
प्रथम विश्व युद्ध के परिणाम (Consequences of World War 1)
- ऑस्ट्रो-हंगेरियन, ओटोमन, जर्मन और रूसी साम्राज्य खत्म हो गए.
- यूरोप की अर्थव्यवस्था बर्बाद हो गई.
28 जून 1919 को वर्साय की संधि पर हस्ताक्षर के साथ प्रथम विश्व युद्ध आधिकारिक रूप से समाप्त हो गया - 10 जनवरी 1920 को शांति बनाए रखने के लिए ‘राष्ट्र संघ’ (League of Nations) बनाया गया.
नोट- प्रथम विश्व युद्ध (World War 1) के बारे में जानकारी रिपोर्ट्स और रिसर्च में मिले फैक्ट्स के आधार पर दी गई है. कैंडिडेट्स को सलाह दी जाती है कि अधिक जानकारी किताबों में देखें.