27.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

General Knowledge: 90% प्रतिशत लोग नहीं जानते दुश्मनों की नींद उड़ाने वाली पहली ‘आंख’, जानेंगे तो होगा गर्व!

General Knowledge: बहुत कम लोग जानते हैं कि भारत ने 2009 में RISAT-2 नाम का पहला जासूसी सैटेलाइट लॉन्च किया था. इसे ISRO ने इजराइल की मदद से तैयार किया था. यह सैटेलाइट रात और खराब मौसम में भी दुश्मनों की निगरानी करने में सक्षम था. इसने भारत की सुरक्षा को मजबूत किया और आतंकवाद पर नजर रखने में अहम भूमिका निभाई.

First Spy Satellite of India RISAT-2: भारत ने 20 अप्रैल 2009 को अपने पहले स्पाई सैटेलाइट RISAT-2 को लॉन्च किया था. इसे भारत की आंख कहा जाता है और इसने देश के दुश्मनों की नींद उड़ा दी थी. रीसैट-2 को देश की सुरक्षा और निगरानी क्षमताओं में एक महत्वपूर्ण कदम माना जाता है. इसके बारे में हर भारतीय को जानना चाहिए क्योंकि यह जीके (General Knowledge) के लिए महत्वपूर्ण टाॅपिक है. इसलिए आइए RISAT-2 सैटेलाइट की अनसुनी कहानी के बारे में जानते हैं.

पहला स्पाई सैटेलाइट RISAT-2 (RISAT-2 in Hindi)

इसरो के मुताबिक, इस सैटेलाइट को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने इजरायल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (IAI) के सहयोग से विकसित किया था. इसका मुख्य उद्देश्य सीमाओं की निगरानी, आतंकवादी गतिविधियों पर नजर रखना और आपदा प्रबंधन में सहायता करना था. RISAT-2 की विशेषता इसकी SAR तकनीक थी और यह दिन-रात और सभी मौसमों में उच्च-रिजाॅल्यूशन इमेजिंग की क्षमता प्रदान करती थी. 

यह भी पढ़ें- Rajasthan Police Constable Bharti 2025: राजस्थान पुलिस में 10 हजार पोस्ट पर नौकरी, कल तक आवेदन का मौका

RISAT-2 की लॉन्चिंग और तकनीकी विशेषताएं (General Knowledge)

  • लॉन्च तिथि: 20 अप्रैल 2009
  • लॉन्च वाहन: PSLV-C12
  • वजन: लगभग 300 किलोग्राम
  • मुख्य उपकरण: X-बैंड सिंथेटिक एपर्चर रडार (SAR)
  • ऑर्बिट ऊंचाई: 550 किमी
  • ऑर्बिट झुकाव: 41 डिग्री.

सुरक्षा में योगदान (RISAT-2 in Hindi)

RISAT-2 ने भारत की सुरक्षा क्षमताओं को मजबूत किया. यह सैटेलाइट सीमाओं पर संदिग्ध गतिविधियों की निगरानी, आतंकवादी ठिकानों की पहचान और समुद्री सुरक्षा में उपयोगी रहा. इसके अलावा यह प्राकृतिक आपदाओं के दौरान प्रभावित क्षेत्रों की इमेजिंग करके राहत कार्यों में सहायता करता था.

मिशन की समाप्ति (RISAT-2 in Hindi)

RISAT-2 ने लगभग 13.5 वर्षों तक सेवा प्रदान की और 30 अक्टूबर 2022 को पृथ्वी के वायुमंडल में दोबारा प्रवेश किया. इसकी सेवा ने भारत की निगरानी और सुरक्षा क्षमताओं को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया.

यह भी पढ़ें- UPSC CSE 2025 Exam Day Guidelines: यूपीएससी प्रीलिम्स कल, क्या ले जाना है और क्या नहीं? देखें जरूरी गाइडलाइन

Shubham
Shubham
प्रभात खबर डिजिटल में सीखने की प्रक्रिया जारी है। स्कूल की शिक्षा और प्रतियोगी परीक्षाओं से लेकर रोजगार तक सभी पहलुओं पर शुभम की अच्छी पकड़ है। प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए करंट अफेयर्स के अलावा एजुकेशन न्यूज, जॉब वैकेंसी, करियर ऑप्शन, एग्जाम टिप्स और बोर्ड एग्जाम/रिजल्ट से जुड़ी खबरों को लोगों तक पहुंचाने का प्रयास करते हैं। शुभम को कुल 5 वर्षों का अनुभव है और वह पूर्व में स्टडी अब्राॅड प्लेटफाॅर्म LeverageEdu और दैनिक जागरण (Dainik Jagran) में कंटेंट क्रिएटर/डेवलपर रहे चुके हैं।

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel