Halden Jail: जब भी हम जेल के बारे में सोचते हैं तो दिमाग में आते हैं ताले, बंद दरवाजे और सजा का डर. लेकिन नॉर्वे की Halden Jail इससे बिल्कुल अलग है. यहां कैदियों को सजा के साथ सुधार और सम्मान मिलता है. यह जेल दुनिया में सबसे ह्यूमन जेल मानी जाती है, जिसका मकसद है इंसान को दोबारा सही राह पर लाना, न कि उसे तोड़ देना. आइए जानते हैं इस (Halden Jail) बारे में विस्तार से.
Halden Jail: जेल नहीं, एक सुधारगृह
रिपोर्ट्स और रिसर्च के मुताबिक, इस जेल में हर कैदी को मिलता है निजी कमरा, जिसमें TV, स्टडी डेस्क और अटैच्ड बाथरूम होता है. तनाव रहित माहौल: माहौल ऐसा होता है जिससे मानसिक तनाव कम हो और आत्म-सुधार संभव हो. जेल के अधिकारी कैदियों से सामान्य इंसानों जैसा व्यवहार करते हैं, उन्हें डांटते या डराते नहीं. यहां कैदियों को खाना बनाना, म्यूज़िक, आर्ट, बढ़ईगिरी जैसे स्किल्स सिखाए जाते हैं. म्यूजिक स्टूडियो और लाइब्रेरी मौजूद हैं. शिक्षा को कैदी के बदलाव का सबसे अहम हिस्सा माना गया है.
यह भी पढ़ें- Most Expensive Tea: आधा भारत नहीं जानता दुनिया की सबसे महंगी चाय कौन सी है? कीमत जानकर छोड़ देंगे पीना!
खेल और रोजमर्रा की आजादी (Halden Jail)
Halden Jail में कैदी खेलों में हिस्सा लेते हैं और अपनी दिनचर्या खुद तय करते हैं. उन्हें पूरी सुविधा दी जाती है जिससे वे जिम्मेदारी समझ सकें और एक नया जीवन शुरू कर सकें.
दुनिया की सबसे कम Re-offending दर (Halden Jail)
नॉर्वे में re-offending rate यानी दोबारा अपराध करने की दर केवल 20 प्रतिशत है, जबकि कई देशों में यह 70 प्रतिशत तक होती है. Halden Jail सिर्फ एक जेल नहीं एक इंसान को दोबारा सुधार के रास्ते के लिए काम कर रही है.
नोट- Halden Jail की जानकारी पूरी तरह से इंटरनेट मीडिया पर उपलब्ध रिपोर्ट्स और रिसर्च के आधार पर दी गई है. प्रभात खबर की टीम ने इसमें खुद से कुछ नहीं जोड़ा है.