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Most Dangerous Job: एक क्लिक से उड़ जाती है करोड़ों की बिल्डिंग, ऐसे बनते हैं ब्लास्टर, जानें कोर्स और सैलरी

Most Dangerous Job: ब्लास्टर वह प्रोफेशन है जिसमें एक क्लिक से इमारतें ढहाई जाती हैं. यह काम खतरनाक जरूर है, लेकिन सटीकता और तकनीक का अद्भुत मेल भी है. जानिए ब्लास्टर बनने के लिए कौन से कोर्स करने होते हैं. क्या होनी चाहिए योग्यता और उम्र सीमा? सैलरी, ट्रेनिंग और करियर संभावनाओं की पूरी जानकारी पाएं इस लेख में.

Most Dangerous Job in Hindi: नोएडा में 28 अगस्त 2022 को देश की सबसे ऊंची अवैध इमारतों में से एक, ट्विन टावर को महज एक बटन दबाकर गिरा दिया गया. 40 मंजिला यह बिल्डिंग कुछ ही सेकेंड में मलबे में तब्दील हो गई. इस बटन को दबाने की जिम्मेदारी एडिफिस कंपनी के भारतीय ब्लास्टर चेतन दत्ता के पास थी. यह घटना बताती है कि ब्लास्टर का काम जितना रोमांचक है, उतना ही खतरनाक भी है. (Blaster job in India in Hindi)

Most Dangerous Job in Hindi: क्या होता है ब्लास्टर का काम?

ब्लास्टर को तकनीकी भाषा में एक्सप्लोसिव इंजीनियर कहा जाता है. इनका काम माइनिंग, निर्माण और बिल्डिंग डिमोलिशन जैसे कार्यों में विस्फोटकों का सुरक्षित और सटीक इस्तेमाल करना होता है. ब्लास्टिंग में छोटी सी चूक जानलेवा हो सकती है, इसलिए इन्हें विशेष ट्रेनिंग और तकनीकी ज्ञान दिया जाता है. (Dangerous jobs in India in Hindi)

ब्लास्टर बनने के लिए कौन-कौन से कोर्स करें?

अगर आप ब्लास्टर बनना चाहते हैं तो कई तकनीकी संस्थान और यूनिवर्सिटियां ऐसे कोर्स कराती हैं, जो इस क्षेत्र में करियर की शुरुआत में मदद करते हैं. झारखंड राय यूनिवर्सिटी से डिप्लोमा इन माइनिंग इंजीनियरिंग किया जा सकता है. इंटरनेशनल सोसायटी ऑफ एक्सप्लोसिव इंजीनियर्स (ISEE) प्रैक्टिकल ब्लास्टिंग फंडामेंटल कोर्स कराती है.  सके अलावा एनआईटी कर्नाटक, सुरथकल से BTech इन माइनिंग इंजीनियरिंग भी एक अच्छा विकल्प है. ऐसे कई डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स हैं जिनकी जानकारी पेट्रोलियम और विस्फोटक सुरक्षा संगठन (PESO) की वेबसाइट peso.gov.in पर मिलती है. 

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Most Dangerous Job: क्या होनी चाहिए योग्यता और उम्र सीमा?

ब्लास्टर बनने के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता 10वीं पास होनी चाहिए.  इसके बाद आप डिप्लोमा या सर्टिफिकेट प्रोग्राम में दाखिला ले सकते हैं. कोर्स पूरा करने के बाद कम से कम 1 साल की अप्रेंटिसशिप अनिवार्य है. साथ ही, वैध ड्राइविंग लाइसेंस और साफ-सुथरा ड्राइविंग रिकॉर्ड जरूरी होता है. कोर्स के लिए उम्र कम से कम 18 साल होनी चाहिए. 

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ब्लास्टर किन-किन कामों के लिए जिम्मेदार होता है?

ब्लास्टर का काम केवल विस्फोट करना नहीं होता, बल्कि यह एक पूरी तकनीकी प्रक्रिया है.  इसमें विस्फोटकों को सही जगह पहुंचाना, बिल्डिंग या पहाड़ में सुरक्षित तरीके से विस्फोटक चार्ज लगाना, तार और फायरिंग डिवाइसों को जोड़ना, ब्लास्टिंग मशीन की निगरानी करना, और विस्फोट के बाद स्थल की जांच करना शामिल है. इसके साथ ही, यह सुनिश्चित करना भी जरूरी होता है कि ब्लास्टिंग के समय किसी तरह की दुर्घटना न हो. 

सैलरी और सुविधाएं कैसी होती हैं?

एक शुरुआती ब्लास्टर की सैलरी 32,000 से 46,000 प्रति माह हो सकती है. अनुभव और स्किल्स के अनुसार यह वेतन और बढ़ता है. इसके अलावा ब्लास्टर्स को हेल्थ, डेंटल, विजन और वॉलंटरी इंश्योरेंस जैसी सुविधाएं भी मिलती हैं. कुछ कंपनियां जोखिम भत्ते (Risk Allowance) और सुरक्षा बोनस भी देती हैं. 

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