चाईबासा.
चाईबासा सदर प्रखंड की बादुड़ी पंचायत स्थित तिरिलबासा गांव के कुआं में बदमाशों ने मैला फेंक दिया. घटना करीब 25 दिन पहले की है. ग्रामीण उक्त कुआं के पानी का उपयोग नहीं कर पा रहे हैं. उन्हें पेयजल के लिए भटकना पड़ रहा है. वहीं घरेलू कार्यों के लिए पानी नहीं मिल पा रहा है. 50 घरों के करीब 300 सदस्य परेशान हैं. ग्रामीणों ने बताया कि ग्रामीण मुंडा के घर के पास सार्वजनिक कुआं है. इससे ग्रामीणों को राहत मिलती थी. कुआं में मैला फेंकने से पानी दूषित हो गया है. भीषण गर्मी में महिलाओं को पानी के लिए भटकना पड़ रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि गांव से कुछ दूरी पर एक चापाकल है, जहां से पानी लाकर किसी तरह उपयोग किया जा रहा है.विनिता देवगम, ग्रामीण-
गांव के कुएं में करीब 25 दिन पूर्व किसी ने मैला फेंक दिया. हालांकि, ग्रामीणों ने ब्लीचिंग पाउडर डाला है. कुएं का पानी इस्तेमाल नहीं हो रहा है.रीना पान, ग्रामीण –
गांव के कुएं में शरारती व्यक्ति ने मैला फेंक दिया है. गांव का कोई भी व्यक्ति उक्त कुआं का पानी इस्तेमाल नहीं कर रहा है. दूर चापाकल से पानी ला रहे हैं.सूमी देवगम, ग्रामीण –
मई में कुआं सूखने लगता है. पानी घटने के कारण पेयजल की किल्लत हो जाती है. गांव में नया चापाकल लग जाता, तो अच्छा होता.लक्ष्मी सवैयां, ग्रामीण –
गांव में कार्यक्रम होने पर कुएं के पानी का उपयोग होता है. गांव में करीब 50 घर हैं, जिसमें 300 सदस्य रहते हैं. नया चापाकल जरूरी है.जानो पान, ग्रामीण –
कुआं का पानी गंदा होने से इधर- उधर भटकना पड़ रहा है. अपने स्तर से मोटर लगाकर पानी निकालने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली.मोनिका देवगम, ग्रामीण –
गांव का कुआं पुराना व जर्जर है. कुएं का चबूतरा का हम आपस में पैसा इकट्ठा कर मरम्मत कराते हैं. इसमें गंदगी फेंकने से परेशानी हो रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है