बदन झुलसाती धूप व उमस भरी गर्मी से राहत के आसार नहीं एक जून को तेज हवा के साथ हो सकती बारिश
तल्ख मौसम के तेवर ने घर से निकलना किया मुश्किलतापमान में अभी और वृद्धि के आसार से जनजीवन सकते मेंदरभंगा. मौसम का रुख इन दिनों कुछ ज्यादा ही तल्ख हो गया है. तुरंत इससे राहत मिलता भी नजर नहीं आ रहा है. अगले तीन दिनों तक इसमें ओर वृद्धि के आसार बन रहे हैं. यानी तापमान में और इजाफा होने की संभावना है. हालांकि एक जून को तेज हवा के संग हल्की बारिश हो सकती है, लेकिन तापमान का पारा और उपर चढ़ने से परेशानी बढ़ने ही वाली है. उल्लेखनीय है, पिछले चार दिनों से आग बरसाती धूप बदन को झुलसा रही है. सुबह सात बजे के बाद से ही धूप में कदम रखने के साथ ही जलन महासूस होने लगता है. यह स्थिति शाम साढ़े पांच बजे तक बनी रहती है. इस सीजन में पहली बार गर्मी के साथ ही उमस ने इस कदर परेशान करना शुरू किया है. लोग आसमान की ओर टकटकी लगाये बैठे हैं. बादलों का झुंड आसमान में मंडराता जरूर दिखता है, लेकिन बारिश की बूंद नहीं टपक रही, लिहाजा जीना मुहाल हो गया है. इससे निजात के दूर-दूर तक आसार भी नजर नहीं आ रहे हैं. घर के भीतर भी सुकून नहीं मिल रहा है. पंखा की हवा भी भाप की तरह महसूस हो रही है. कमरे में लगा बिस्तर देर रात तक ठंडा नहीं हो पाता, लिहाजा लोगों के दिन का चैन व रातों का सुकून छिन गया है. इसने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है.
तीन दिनों बाद बहने लगेगी पछुआ
अभी पुरबा हवा चल रही है. हवा में नमी अधिक होने के कारण उमस ज्यादा परेशान कर रही है. पंखा के नीचे भी बदन से पसीना उबलता रहता है. राजेंद्र कृषि विवि पूसा के मौसम विज्ञान विभाग की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार, तीन दिनों बाद पछुआ हवा चल सकती है. वहीं तापमान में भी आनेवाले तीन दिनों में वृद्धि दर्ज की जा सकती है. औसत उच्चतम तापमान 35 से 39 डिग्री के बीच रह सकता है. ऐसे में अगर तीखी धूप खिली तो लू के थपेड़े भी झेलने पड़ेंगे. इससे आमजन सकते में आ गये हैं.
सूनी पड़ जाती सड़क
स्थिति ऐसी है कि शाम पांच बजे के बाद भी घर के भीतर का तपामान 37 डिग्री रह रहा है. बाहर आसमान से मानो आग बरस रही है. इस वजह से लोग घर से बाहर निकलने की हिम्मत नहीं जुटा पाते. दोपहर से पहले ही सड़कें सूनी पड़ जाती हैं. मुख्य सड़कों से लेकर शहर की सड़कों पर भी इक्का-दुक्का वाहन ही चलते नजर आये.
दिहाड़ी मजदूरों की रोटी पर आफत
मौसम के इस तल्ख तेवर की मार आम से लेकर खास सभी पर पड़ रही है. सबसे विकट समस्या दिहाड़ी मजदूरों के सामने है. रिक्शा, टेम्पो चालकों को सवारी नहीं मिल रहे. वहीं मजदूरों को काम नहीं मिल रहा है. कटहवाड़ी, चूनाभट्ठी, दोनार, बेता, चट्टी चौक, कादिराबाद आदि स्थलों पर पहुंचे मजदूरों को निराश लौट जाना पड़ रहा है.
शीतल पेय की बढ़ी डिमांड
इस विकराल मौसम में लोग गला तर करने के लिए शीतल पेय का सहारा ले रहे हैं. गन्ना का रस, बेल का शरबत, नारियल पानी सहित अन्य ठंडे तासीर वाले फलों के जूस की मांग काफी बढ़ गयी है. पेड़ की छांव में लगे इन स्टॉलों पर लोग रुककर इसका सहारा लेते दिखते हैं.
स्कूली बच्चों को गर्मी छुट्टी का इंतजार
पिछले दिनों तीखी धूप को देखते हुए जिलाधिकारी राजीव रौशन के आदेश पर स्कूलों के संचालन समय सुबह 11 बजे तक कर दिया गया है. हालांकि इसके बाद भी उन्हें राहत नहीं मिल रही. सुबह नौ बजे से ही बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है. ऐसे में 11 बजे धूप की तासीर व गर्मी चरम पर पहुंच जाती है. हालांकि सरकारी स्कूल के बच्चों को शनिवार 31 मई के बाद इस समस्या से कुछ दिनों के लिए निजात मिल जायेगी. स्कूलों में गर्मी की छुट्टी हो रही है. बच्चों संग उनके अभिभावक शिद्दत से इसका इंतजार कर रहे हैं.
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