मधुपुर . शहर समेत ग्रामीण इलाकों में मुस्लिम धर्मावलंबियों का पहला व मुबारक महीना मुर्हरम हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है. मुहर्रम की सप्तमी पर लोगों ने इमामबाडा व कर्बला पहुंच कर निशान व शरबत का फातिहा कराया. इस अवसर पर दर्जनों पैगर्स बने बच्चों ने इमामबाडा व कर्बला की परिक्रमा की. बताया जाता है कि मुहर्रम इस्लामी सन हिजरी का पहला महीना है. मुस्लिम के हिजरी का आगाज इसी माह से होता है. इस माह को इस्लाम के चार पाक महीनों में शामिल किया गया है. अल्लाह के रसूल हजरत मोहम्मद ने इस माह को अल्लाह का पाक महीना माना है. उन्होंने इस माह में रोजा रखने का खास बताया है. यह महीना इसलिए काफी खास है क्योंकि इसी महीने में अल्लाह के नबी हजरत नूह अलहे सलाम की किश्ती को किनारा मिला था, साथ ही नबी-ए- करीम ने कहा कि सबसे अहम नमाज व रोजा मुहर्रम का है. बताया जाता है कि इराक के कर्बला में हुई इमाम हुसैन की शहादत सत्य के लिए जान न्योछावर करने की जिंदा मिसाल है.
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