वरीय संवाददाता, देवघर. बिहार के बांका जिले के सुइया थाना क्षेत्र के बेहरवारी गांव निवासी एक युवक को कुछ लोगों ने रांगा मोड़ के समीप पुल पर रोका और बगल में ले गये. वहां पूर्व से मौजूद चार लड़के थे, जिनमें से एक ने हाथ में पिस्तौल ले रखा था. इसके बाद उसे दो बिना नंबर की अपाचे बाइक में बैठाकर कुछ दूर आगे झाड़ी तरफ ले गये. वहां उसके मोबाइल का लॉक खुलवाकर उसके परिजनों व रिश्तेदारों के नंबरों को बारी-बारी से निकालकर कॉल कर पैसे की मांग करने लगे. एक रिश्तेदार ने भयवश 50000 रुपये ऑनलाइन भेज दिया. इसके बाद आरोपियों ने यूपीआइ के जरिये उक्त रकम को ट्रांसफर कर लिया. उसके एकाउंट का भी 1600 रुपये उनलोगों ने जबरन ऑनलाइन ट्रांसफर कर लिया, साथ ही उसके पर्स में रखे नकद 3000 रुपये भी ले लिये. इस संबंध में पीड़ित विकास कुमार ने नगर थाने में शिकायत देकर कार्रवाई की मांग की है. कहा है कि बुधवार चार जून को एक दोस्त के साथ वह पूजा करने बाबाधाम आया था. यहां से वापस लौटने के दौरान रांगा मोड़ पुल के पास एक युवक ने रोक लिया और बात करने के बहाने बगल में ले गया. वहां मौजूद अन्य आरोपियों ने मिलकर उसे बाइक में बैठाकर कुछ दूर आगे झाड़ी में ले गये. इस दौरान तरह-तरह की बात कहकर उसे प्रताड़ित किया व उसके परिजनों सहित रिश्तेदारों को कॉल करवाने के बाद पैसे की डिमांड करने लगे. इधर डर के मारे एक रिश्तेदार ने 50000 रुपये ऑनलाइन भेजा. उसके बाद आरोपियों ने उससे ऑनलाइन 51600 रुपये ट्रांसफर कर दिये व पर्स से भी जबरन 3000 रुपये निकाल लिये. बाद में बैंक में जाकर पता कराया तो जानकारी हुई कि सारे रुपये चांदन के एक व्यक्ति के एकाउंट में ट्रांसफर किया गया है. परिजन पुलिस की मदद से उनलोगों की खोजबीन करने लगे तो दोस्त सहित पीड़ित को वे लोग दूसरी जगह बाइक से ले जाने लगे. रास्ते में बने ठोकर पर गाड़ी धीमी हुई तो दोनों दोस्त कूद गये व शोर मचाने लगे. इतने में आसपास के लोग जुटने लगे तो वे सभी पीड़ित का मोबाइल लेकर भाग निकले. दो आरोपियों को पीड़ित ने पहचानने का दावा किया है. वहीं तीन की पहचानने नहीं करने की बात कही है. मामले में पीड़ित ने नगर थाने की पुलिस से कार्रवाई की मांग की है.
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