गालूडीह.
बंगाल सीमा से सटे घाटशिला प्रखंड की सबसे बीहड़ पंचायत झाटीझरना में ग्रामीणों की प्यास पहाड़ी झरना से बुझ रही है. पंचायत में अधिकतर जलमीनार और चापाकल खराब पड़े हैं. गर्मी में पहाड़ी झरना ही ग्रामीणों का सहारा है. कई वर्ष पहले आरडीए संस्था ने पहाड़ी झरना का पानी पाइप बिछाकर गांव तक पहुंचाया था. पहाड़ी झरना का पानी 24 घंटे नल से गिरता है. इससे ग्रामीण प्यास बुझाते हैं. वहीं, नहाने व कपड़ा धोने के लिए उपयोग में लाते हैं. झाटीझरना के पूर्व मुखिया सुकुमार सिंह कहते हैं कि पहाड़ी झरना का पानी नहीं होता, तो यहां के लोग प्यासे मर जाते. संस्था का आभार है कि पाइप बिछाकर पहाड़ का पानी गांव तक पहुंचाया और नल लगा दिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है