बेलागंज. बेलागंज थाना क्षेत्र के लालगंज गांव में मंगलवार की देर रात हथियारबंद 10-12 डकैतों ने खुद को एनआइए (नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी) का अधिकारी बताकर एक घर में घुसकर डकैती की बड़ी वारदात को अंजाम दिया. डकैतों ने परिजनों को बंधक बनाकर करीब नौ लाख रुपये की संपत्ति लूट ली और फरार हो गये. घटना लालगंज निवासी सत्येंद्र कुमार सिंह के घर की है, जो हजारीबाग (झारखंड) में बिजली विभाग में कार्यरत हैं. घटना के समय सत्येंद्र सिंह हजारीबाग में थे, जबकि उनके पुत्र प्रवीण सिंह, यशराज, और बेटियां पूजा देवी व प्रितमा कुमारी घर पर मौजूद थीं. डकैतों ने एनआइए की टीम होने का झांसा देकर परिजनों को धमकाया कि वे पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवादी घटनाओं की जांच के लिए आये हैं. हालांकि, सभी सामान्य वेश-भूषा में थे, जिससे परिजनों को शक हुआ. प्रवीण सिंह के अनुसार, सभी सदस्य रात करीब 12 बजे सोने गये थे. डकैत पुराने खंडहरनुमा मकान की छत से घर में घुसे और हथियार के बल पर सभी को एक कमरे में बंद कर दिया. इसके बाद घर में रखी अलमारी, बक्से आदि को तोड़कर करीब आठ लाख रुपये के आभूषण, 80 हजार रुपये नकद और लगभग पांच हजार रुपये के बर्तन लूट लिये. विरोध करने पर जान मारने की धमकी दी गयी. डकैतों के भाग जाने के बाद परिजनों ने शोर मचाया, जिसके बाद मोहल्ले के लोग मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी. बेलागंज पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और जांच शुरू की. बुधवार सुबह एसएसपी आनंद कुमार ने मौके पर डॉग स्क्वाड और फॉरेंसिक टीम भेजी. घटनास्थल से एक हेलमेट और बाइक की चाबी बरामद की गयी है, जिससे यह संदेह है कि डकैत बाइक से आये थे. थानाध्यक्ष धनंजय कुमार ने बताया कि हर पहलू से जांच की जा रही है और जल्द ही अपराधियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया जायेगा.
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