गया.
महात्मा ज्योतिबा फुले क्रांतिकारी संघ के बैनर तले इंस्पेक्टर कॉलोनी में महात्मा ज्योतिबा फुले का जयंती समारोह धूमधाम से मनाया गया. इस समारोह को संबोधित करते हुए संघ के राष्ट्रीय संयोजक विनय कुशवाहा ने कहा कि महात्मा ज्योतिबा फुले इस देश के महान समाज सुधारक थे. 1840 में जिस समय कमजोर वर्ग के लोगों को पढ़ने-लिखने की आजादी नहीं थी. वैसी परिस्थिति में महात्मा ज्योतिबा फुले ने समाज सुधार की दिशा में एक नयी जंग की शुरुआत की. महात्मा ज्योतिबा फूले की शादी बाल्यावस्था में हो गयी थी. इसलिए उन्होंने बाल विवाह का विरोध किया और अपनी पत्नी सावित्रीबाई फुले को पढ़ाने का काम किया एवं देश की महिलाओं और बेटियों को पढ़ने के लिए स्कूल की स्थापना की. अपनी पत्नी को महिलाओं को पढ़ाने का जिम्मा दिया. इस कार्यक्रम की अध्यक्षता कुमार शंभू प्रसाद अधिवक्ता ने की. इस जयंती समारोह में सत्येंद्र प्रसाद सुमन, विक्रमादित्य सिंह कुशवाहा, पप्पू कुशवाहा, कृष्णा मेहता, मनोज कुशवाहा, जितेंद्र कुमार वर्मा, लक्ष्मण प्रसाद कुशवाहा, मोहम्मद छोटू, पंकज यादव, राजेंद्र प्रसाद वर्मा, रवि शंकर प्रसाद उर्फ मुन्ना, युवा जिलाध्यक्ष पवन कुमार वर्मा, भंटा पासवान व अनिल प्रसाद अधिवक्ता सहित दर्जनों लोग शामिल हुए.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है