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विवि के भूगोल विभाग में सेमिनार का आयोजनवरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
बीआरएबीयू के भूगोल विभाग में “वन्याग्नि : कारण, प्रभाव व समकालीन चुनौतियां ” विषय पर सेमिनार आयोजित हुआ. इसमें विवि के भूगोल समेत अन्य विभागों से 150 छात्र-छात्राओं व शोधार्थियों ने भाग लिया. सेमिनार की संयोजक भूगोल विभाग की सहायक प्राध्यापक डॉ शीरीन हयात व सेमिनार की संरक्षक विभागाध्यक्ष प्रो रूपा कुमारी थीं. इन्होंने उद्घाटन सत्र में स्वागत भाषण दिया. विषय की जरूरत व गंभीरता को रेखांकित किया.तथ्यात्मक आंकड़ों व मानचित्रों से समझ गहरी हुई
डॉ शीरीन हयात ने भारत व विश्व में हाल के वर्षों में हुई दावानल की घटनाओं का विश्लेषणात्मक आंकड़ा प्रस्तुत किया. उन्होंने 2019-2024 के बीच ऑस्ट्रेलिया, अमेजन वर्षावन, अमेरिका के कैलिफोर्निया, ग्रीस, कनाडा व भारत के उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, ओडिशा व महाराष्ट्र के वनों में हुई आग की प्रमुख घटनाओं पर विस्तृत जानकारी दी. उनके द्वारा प्रस्तुत तथ्यात्मक आंकड़ों व मानचित्रों ने छात्रों को विषय की गहराई से अवगत कराया.बताया-उत्तराखंड में क्यों लगती है आग
एमडीडीएम कॉलेज की सहायक प्राध्यापक ममता राय ने उत्तराखंड में बार-बार लगने वाली जंगल की आग पर एक अहम केस स्टडी प्रस्तुत की. उन्होंने आग के कारणों, जैव विविधता पर प्रभाव और स्थायी समाधान की जरूरत पर जोर दिया. कार्यक्रम की आयोजन सचिव डॉ आइदा ईला सीमा केरकेट्टा ने छोटानागपुर के दावानल व सह-सचिव सहायक प्राध्यापक डॉ राजेश्वर राय ने सफल संचालन और समन्वयक की भूमिका निभायी. तकनीकी सत्रों में कई विद्यार्थी व शोधार्थियों ने अपने विचार रखे. श्वेता, रोहन, शिखा, नंदिनी, निकिता, अनिल, रौनक, निधि, शालिनी, डॉ नेहा ने शोध-पत्र प्रस्तुत किए. अंत में प्रमाणपत्र वितरित किया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है