संवाददाता,पटना : जिला परिषद की जमीन पर सालों से अतिक्रमण कर बनाये गये स्थायी स्ट्रक्चर को तोड़ने का अभियान शुरू हुआ है. मंगलवार को बांसघाट, दुजरा के पास गंगा किनारे एक दर्जन से अधिक दुकानें तोड़ी गयीं. चार घंटे तक चली इस कार्रवाई के दौरान छोटे-छोटे कुछ मकानों को भी ध्वस्त किया गया. इससे पहले सभी लोगों को नोटिस जारी हुआ था. साथ ही इन दुकानों को तोड़ने से पहले सबको सामान निकालने का समय दिया गया. इसके बाद तोड़ने की कार्रवाई शुरू हुई. मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद थे, जिसके कारण किसी तरह का हंगामा नहीं हुआ. कार्रवाई के दौरान पटना सदर सीओ रजनीकांत, जिला परिषद के अमीन नवीन कुमार आनंद, पाटलिपुत्र अंचल के अतिक्रमण मुक्त प्रभारी पंकज कुमार झा, सिटी मजिस्ट्रेट सहित आसपास के थानों की पुलिस सक्रिय रही.इस इलाके में चार दिन और अवैध स्ट्रक्चर को तोड़ने की कार्रवाई होगी.
दो साल पहले अतिक्रमण हटाने का केस दर्ज हुआ
जिला परिषद की जमीन पर से अतिक्रमण हटाने के लिए जून, 2023 में केस दर्ज हुआ था. जिला परिषद की पूर्व अध्यक्ष कुमारी स्तुति गुप्ता ने अतिक्रमणवाद दायर की थी. जिला परिषद की राजापुर पुल से लेकर बांसघाट तक साढ़े सात एकड़ जमीन है. इस पर राजेंद्र प्रसाद स्मारक, बांसघाट शवदाह गृह के अलावा सरकारी स्कूल सहित अन्य सरकारी स्ट्रक्चर हैं. इसके अलावा लोगों ने अतिक्रमण कर अवैध स्ट्रक्चर बना रखा है. इसमें लोगों ने दुकान बनाने के साथ छोटे-छोटे मकान भी बना रखे हैं.जिला परिषद के अमीन नवीन कुमार आनंद ने बताया कि जमीन की मापी कर ली गयी है. जमीन पर लोगों ने अवैध स्ट्रक्चर बना लिये हैं, जिन्हें तोड़ने के लिए चार दिन और कार्रवाई होगी. सभी लोगों को नोटिस जारी हो चुका है.
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