रजौली.
थाना क्षेत्र के जंगलों में प्यास बुझाने को लेकर पानी के अभाव में जंगली जानवर इधर-उधर भटक रहे हैं. ताल-तलैया, नहर एवं आहर सब सूख चुके हैं. कहीं पानी नहीं है, ऐसे में पानी की तलाश में जंगली जानवर गांव तक पहुंच जा रहे हैं. जलस्तर लगातार नीचे की ओर जा रही है. ऐसी स्थिति में पेयजल की समस्या भी उत्पन्न होते दिख रही है. इंसान तो किसी प्रकार अपना प्यास बुझा लेता है, लेकिन जानवरों को प्यास बुझाने के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है. ग्रामीणों का कहना है कि जब से रेलवे का कार्य जमुंदाहा और पिछली क्षेत्र में किया जा रहा है. तबसे दिन-रात ब्लास्टिंग की जाती है. साथ ही जैसे-तैसे पहाड़ों व जंगलों को उजाड़ा जा रहा है. इससे जंगली जानवर इधर-उधर भटक रहे हैं. साथ ही बताया कि उन क्षेत्रों में जो भी जानवरों को पानी पीने का साधन था, सभी को रेलवे के द्वारा तहस-नहस कर दिया गया है. जिससे जानवर पानी के चक्कर में इधर-उधर भटकते हुए गांव की ओर प्रवेश कर रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है