Samastipur News:विभूतिपुर :
प्रखंड के शिक्षा विभाग ने नवाचार के क्षेत्र में अलग तरह का प्रयोग किया है. मंगलवार को इस विषय पर एक विशेष बैठक आयोजित की गयी. बैठक की अध्यक्षता प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी राकेश कुमार ने की. संचालन नवाचार के परिकल्पक और लेखा सहायक योगेश कुमार ने किया. इसमें सभी सरकारी विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों एवं हिन्दी शिक्षकों के अतिरिक्त समावेशी शिक्षा और मध्याह्न भोजन योजना बीआरपी एवं डाटा इंट्री ऑपरेटर ने भाग लिया. प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने सभी प्रतिभागियों को निर्देश दिया कि वे छात्रों की कला और अन्य क्षेत्रों में उन्मुख होने वाली प्रतिभा को पहचानें.– सृजनात्मक लेखन से विकसित होता है अभिव्यक्ति कौशल
इससे पठन-पाठन के रास्ते सुगम हो जायेंगे. रुचि के अनुसार अपने भविष्य का क्षेत्र तय करना सिर्फ छात्रों की इच्छा नहीं, बल्कि उन्हें उन क्षेत्रों के लिए मार्गदर्शन प्रदान करना शिक्षकों का दायित्व होता है. लेखा सहायक योगेश कुमार ने कहा कि चित्रकला एवं साहित्य लेखन से छात्रों के अभिव्यक्ति कौशल का विकास होता है. एक-दूसरे तक अनुभव, विचार और अपेक्षाएं भेजने से न सिर्फ आपसी संबंध मजबूत होते हैं, बल्कि हम पिछली पीढ़ी की मर्यादा को अगली पीढ़ी तक परंपरा के रूप में बचाये रखने में सफल होते हैं. उन्होंने कहा कि साहित्य और कला समाज को जोड़ने का माध्यम बनते हैं, इनका महत्त्व किसी भी समय में कम नहीं रहा.
– विभूतिपुर में शिक्षकों को अभिव्यक्ति-कला से जोड़ने की पहल
योगेश कुमार ने साहित्य की अलग-अलग विधाओं के संबंध में विस्तृत चर्चा करते हुए प्रधानाध्यापकों और शिक्षकों से कहा कि वे छात्रों की रुचि के अनुकूल उनसे किसी भी विधा में साहित्य की रचना करायें. इस अवसर पर उन्होंने अलग-अलग वर्गों के छात्र – छात्राओं के लिए कुछ विषय भी सुझाये, जिन पर वे चित्र बना सकें. हालांकि यह भी कहा कि रुचि के अनुसार छात्र कोई अन्य विषय भी तय कर सकते हैं. शिक्षकों को निर्देश दिया गया कि गर्मी छुट्टी के पूर्व के बच रहे चार दिनों में शिक्षक अपने छात्रों में आवश्यक प्रशिक्षण और मार्गदर्शन दें, ताकि वे गर्मी छुट्टी का उपयोग लेखन और चित्रांकन के लिए कर सकें. यह भी बताया कि संकलित आलेखों और चित्रों को पुस्तकाकार प्रकाशित किया जायेगा.
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