सरायकेला.
सीनी के जोनल रेलवे ट्रेनिंग संस्थान में बुधवार को टीटी, गॉर्ड, ड्राइवर, स्टेशन मास्टर व रेल कर्मियों को आनन्द मार्ग प्रचारक संघ की ओर से से योगाभ्यास कराया गया. उन्हें योग व आसन के बीच अंतर को भी समझाया गया. योगाचार्य राजेंद्र प्रसाद ने कहा कि अष्टांग योग के माध्यम से ही पूरे विश्व में शांति संभव है. योग ही एक ऐसा माध्यम है जिससे पूरी दुनिया को एकसूत्र में बांधा जा सकता है. जब समाज के प्रत्येक व्यक्ति के जीवन का लक्ष्य एक हो जाये, तब वहां सभी तरह का भेदभाव खत्म हो जाता है. समाज एक ही सकारात्मक सोच व चिंता धारा में बहने का प्रयास करेगा, तभी विश्व शांति संभव हो पायेगा. योग से ही मनुष्य अपने लक्ष्य तक पहुंच सकता है. मानव को मानवता का अहसास योग के माध्यम से ही कराया जा सकता है. कहा कि योगासन करने से शरीर और मन स्वस्थ रहता है. यह ग्रंथि दोष को दूर करता है. आसन करने से मन अप्रिय चिंता से दूर हो जाता है. शुभ और उच्च कोटि के साधना में काफी मददगार साबित होता है. नियमित आसन करने से शरीर में लचीलापन आता है. योग करने से शरीर और मन का संतुलन बना रहता है. कार्यक्रम में बालचन्द साहू, कमर्शियल इंस्ट्रक्टर आकाश मुखी, सेफ्टी इंस्ट्रक्टर संतोष कुमार सहित अन्य उपस्थति थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है