एमआइटी में इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस का आयोजन
दीपक 6वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
एमआइटी में इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस ऑन स्मार्ट टेक्नोलॉजी फॉर द सस्टेनेबल डेवलपमेंट इन साइंस एंड इंजीनियरिंग (आइसीएसटीएसएसइ-2025) विषय पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस की शुरुआत हुई. स्मार्ट और सतत तकनीकों के माध्यम से वैश्विक पर्यावरणीय व संसाधन संबंधी चुनौतियों का समाधान प्रस्तुत करने के उद्देश्य से यह आयोजन हो रहा है. आइआइसीएचइ छात्र चैप्टर, दोआबा क्षेत्रीय केंद्र एनआइटी जालंधर, आइआइसीएचइ प्रशिक्षण संस्थान कोलकाता व एमआइटी के केमिकल लेदर और फॉर्मेसी विभाग के संयुक्त तत्त्वावधान में यह आयोजन हुआ. प्राचार्य प्रो एमके झा ने अतिथियों का स्वागत व सम्मेलन की पृष्ठभूमि व उद्देश्य पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि एमआइटी व सीएलआरआइ चेन्नई के बीच एमओयू होगा.इसके बाद एमआइटी के छात्रों व शिक्षकाें को चमड़ा विज्ञान व प्रौद्योगिकी में अत्याधुनिक अनुसंधान परियोजनाओं में भाग लेने का अवसर मिलेगा. सीएलआरआइ की विशेषज्ञ प्रयोगशालाओं, उपकरणों व अनुभवी वैज्ञानिकों की विशेषज्ञता तक सीधी पहुंच मिलेगी. यह एमआइटी के कोर्स व अनुसंधान को समृद्ध करेगा. उन्होंने कहा कि भविष्य में चेमकॉन जैसे राष्ट्रीय सम्मेलन की मेजबानी एमआइटी करेगा. कार्यक्रम के दौरान केमिकल एंड प्रोसेस इंजीनियरिंग, एनर्जी, इनवायरोमेंट एंड सस्टेनेबलिटी, बायोटेक्नोलॉजी एंड बायोप्रोसेसिंग जैसे विषयों पर शोध पत्र प्रस्तुत किये गये.
औद्योगिक प्रशिक्षण में हर संभव सहयाेग
जयप्रकाश विवि छपरा के कुलपति प्रो परमेन्द्र कुमार बाजपई ने स्मार्ट, ग्रीन व सतत तकनीकों में छात्रों को अनुसंधान के लिए प्रोत्साहित किया. उन्होंने विशेष रूप से बिहार में जल शुद्धीकरण जैसे क्षेत्र पर कार्य करने के लिए इन तकनीक का उपयोग करने की बात कही. आइआइसीएचइ कोलकाता के अध्यक्ष प्रो अजय बंसल ने छात्रों को एआई, मशीन लर्निंग व डेटा साइंस जैसे क्षेत्रों में दक्षता विकसित करने व बहुविषयी सोच को अपनाने पर बल दिया.छात्रों को किया प्रेरित, लें सदस्यता
आइआइसीएचइ ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट कोलकाता के निदेशक अभिजीत घोष ने छात्रों को सदस्यता लेने के लिए प्रेरित किया. बिहार के छात्रों के लिए ऑनलाइन इंटर्नशिप की योजना साझा की. भरत अग्रवाल ने छात्रों की सराहना की और औद्योगिक प्रशिक्षण में सहयोग प्रदान करने की बात कही. आइआइसीएचइ डीआरसी जालंधर के सचिव प्रो शैलेन्द्र बाजपई ने छात्रों को नवाचार, बहु-विषयक ज्ञान और भविष्य के अवसरों को अपनाने के लिए प्रेरित किया.ये थे मौजूद
सीएलआरआइ कानपुर के वैज्ञानिक प्रभारी डॉ अभिनंदन कुमार ने छात्रों से संवाद किया. कार्यक्रम को भूमिष्ठा इंफ्रा सर्विसेस के सीइओ व सीटीओ धवल सक्सेना, अहमदाबाद यूनिवर्सिटी के प्रो एएसके सिन्हा, आइवीएल धुंसेरी पेट्रोकेम लिमिटेड के विष्वनाथ चट्टोपाध्याय ने कार्यक्रम को संबोधित किया. कार्यक्रम में एमआइटी के फॉर्मेसी विभागाध्यक्ष डॉ संजय, आयोजन सचिव प्रो संजय चौधरी, डॉ रजनीश, संजय चौधरी, डॉ कुमारी शैलबाला, डॉ मिथिलेश राय, डॉ प्रमोद, मनीषा, संजीव, दीपाली मेहरा ने भूमिका निभायी. धन्यवाद ज्ञापन डॉ संजय ने किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है