ICC New Rule for T20I Cricket: टेस्ट क्रिकेट के नियमों में बदलाव के बाद आईसीसी (ICC) ने हाल ही में पुरुषों के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लिए कुछ नए नियमों को मंजूरी दी है. इनमें सबसे अहम बदलाव टी20 इंटरनेशनल (T20I) में पावरप्ले नियमों को लेकर किया गया है. अब यदि किसी मैच में ओवर घटा दिए जाते हैं, तो पावरप्ले की अवधि को नजदीकी ओवर के बजाय नजदीकी गेंद के आधार पर तय किया जाएगा. अभी तक 20 ओवर की पारी में पहले छह ओवर पावरप्ले के लिए तय होते हैं. लेकिन जब मैच छोटा हो जाता है, तो पहले पावरप्ले की अवधि को नजदीकी पूरे ओवर की संख्या के आधार पर तय किया जाता था, जिससे असमानता पैदा हो सकती थी.
ईएसपीएन क्रिकइंफो की रिपोर्ट के अनुसार, नई व्यवस्था के मुताबिक, यदि पारी आठ ओवर की कर दी जाती है, तो अब पावरप्ले 2.2 ओवर (यानी 14 गेंद) तक चलेगा, जिसमें 30-यार्ड सर्कल के बाहर सिर्फ दो फील्डर रहेंगे. इसी तरह, नौ ओवर की पारी में पावरप्ले 2.4 ओवर (16 गेंद) का होगा. यह नई व्यवस्था पावरप्ले को पारी के लगभग 30% तक सीमित रखने में मदद करेगी.
आईसीसी ने अपने सदस्यों को बताया, “यह नियम इंग्लैंड की T20 ब्लास्ट लीग में कई वर्षों से उपयोग में है, जहां ओवर के बीच में पावरप्ले समाप्त होने से खिलाड़ियों या अंपायरों को कोई परेशानी नहीं होती.” आईसीसी ने आगे कहा, “अब इसे आईसीसी पुरुष क्रिकेट समिति ने भविष्य के लिए पसंदीदा विकल्प के तौर पर स्वीकार कर लिया है. उदाहरण के तौर पर, आठ ओवर की पारी में अंपायर तीसरे ओवर की दूसरी गेंद के बाद संकेत देंगे कि पावरप्ले समाप्त हो गया है, जिसके बाद अतिरिक्त तीन फील्डर सर्कल से बाहर जा सकेंगे.”
ओवर के हिसाब से कब समाप्त होगा पावरप्ले
पुरुषों के टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों (Men’s T20Is) में पावरप्ले ओवर की नई गणना में जब किसी टी20 मैच में ओवर कम कर दिए जाते हैं, तो अब इस तरह पावरप्ले ओवर को नजदीकी गेंद के आधार पर तय किया जाएगा, न कि पूरे ओवर के हिसाब से. तालिका दी गई है जिसमें कुल ओवर और उसके अनुसार पावरप्ले ओवर दिखाए गए हैं-
कुल ओवर (Total Overs in Innings) | पावरप्ले ओवर (Powerplay Overs) |
---|---|
5 ओवर | 1.3 ओवर (8 गेंदें) |
6 ओवर | 1.5 ओवर (9 गेंदें) |
7 ओवर | 2.1 ओवर (13 गेंदें) |
8 ओवर | 2.2 ओवर (14 गेंदें) |
9 ओवर | 2.4 ओवर (16 गेंदें) |
10 ओवर | 3.0 ओवर (18 गेंदें) |
11 ओवर | 3.2 ओवर (20 गेंदें) |
12 ओवर | 3.4 ओवर (22 गेंदें) |
13 ओवर | 3.5 ओवर (23 गेंदें) |
14 ओवर | 4.1 ओवर (25 गेंदें) |
15 ओवर | 4.3 ओवर (27 गेंदें) |
16 ओवर | 4.5 ओवर (29 गेंदें) |
17 ओवर | 5.1 ओवर (31 गेंदें) |
18 ओवर | 5.2 ओवर (32 गेंदें) |
19 ओवर | 5.4 ओवर (34 गेंदें) |
टेस्ट क्रिकेट के नियमों में भी हुआ बदलाव
इसके अलावा टेस्ट क्रिकेट में स्टॉप क्लॉक की शुरुआत (जिससे ओवर रेट को नियंत्रित किया जा सके), कैच की वैधता की समीक्षा करते समय नो-बॉल की जांच, और घरेलू फर्स्ट-क्लास क्रिकेट में पूर्णकालिक प्लेइंग रिप्लेसमेंट जैसे अन्य नियमों में भी बदलाव किए गए हैं. इनमें से कुछ नियम पहले ही 2025-27 वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप चक्र में लागू हो चुके हैं, जबकि सीमित ओवरों (व्हाइट बॉल) के लिए संबंधित बदलाव 2 जुलाई से प्रभावी होंगे.
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