Ind vs Eng: भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैच की सीरीज जारी है. इस सीरीज का चौथा टेस्ट मैच 23 जुलाई बुधवार से मैनचेस्टर में खेला जाएगा. इस मैच से पहले भारतीय टीम के कप्तान शुभमन गिल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की जिसमें वह इंग्लैंड टीम पर जमकर बरसे. इस दौरान उन्होंने इंग्लैंड टीम के खिलाड़ियों द्वारा की गई हरकत पर भी चर्चा की.
भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही टेस्ट सीरीज में एक दिलचस्प विवाद सामने आया है. तीसरे टेस्ट के दौरान भारत के कप्तान शुभमन गिल ने इंग्लैंड के ओपनिंग बल्लेबाजों पर खेल की भावना का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है. गिल का कहना है कि इंग्लैंड के खिलाड़ी जानबूझकर देर से मैदान में आए, जिससे भारत को कम ओवर फेंकने का मौका मिला. इस घटना ने मैच के माहौल को थोड़ा तनावपूर्ण बना दिया और खिलाड़ियों के बीच तीखी बहस भी देखने को मिली.
इंग्लैंड पर खेल की भावना के खिलाफ जाने का आरोप
भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही टेस्ट सीरीज के तीसरे मैच में एक विवाद सामने आया है. भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने इंग्लैंड के ओपनिंग बल्लेबाजों बेन डकेट और जैक क्रॉली पर आरोप लगाया है कि उन्होंने जानबूझकर देर से मैदान पर आकर मैच की गति को धीमा किया, जो क्रिकेट की ‘स्पिरिट ऑफ द गेम’ (खेल की भावना) के खिलाफ है.
गिल ने बताया कि तीसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन का खेल खत्म होने में सिर्फ 7 मिनट बचे थे. इस दौरान इंग्लैंड की दूसरी पारी शुरू होनी थी. लेकिन इंग्लैंड के ओपनर बल्लेबाज मैदान पर 90 सेकंड की देरी से आए. इस वजह से भारत सिर्फ एक ही ओवर फेंक पाया, जबकि थोड़ा और समय होता तो दो ओवर हो सकते थे.
शुभमन गिल ने कहा, “हां, बहुत सी टीमें ऐसे तरीके अपनाती हैं ताकि दिन के अंत में कम ओवर खेलने पड़े. अगर हम उनकी जगह होते तो शायद हम भी ऐसा सोचते. लेकिन इसका एक सही तरीका होना चाहिए. 90 सेकंड की देरी जानबूझकर की गई और ये खेल की भावना के खिलाफ था.”
गिल ने ये भी बताया कि मैच के दौरान और भी कई छोटी-छोटी घटनाएं हुईं जो नियमों के भीतर तो थीं, लेकिन खेल की भावना के खिलाफ मानी जा सकती हैं.
IND vs ENG: गिल और क्रॉली के बीच बहस
इस घटना के बाद जब जैक क्रॉली क्रीज पर आए, तो उन्होंने बल्लेबाजी शुरू करने से पहले और भी धीमा रवैया अपनाया. यह देखकर शुभमन गिल नाराज हो गए और उन्होंने क्रॉली से मैदान पर ही गंभीर बातचीत की. कुछ देर तक दोनों खिलाड़ियों के बीच तनावपूर्ण माहौल रहा.

गिल ने इस पर सफाई देते हुए कहा, “यह एक ऐसा पल था जिसे लेकर मैं बहुत गर्व महसूस नहीं करता. लेकिन जब बार-बार ऐसी चीजें होती हैं जो नहीं होनी चाहिए, तो खिलाड़ी की भावनाएं बाहर आ ही जाती हैं. हमारा ऐसा कोई इरादा नहीं था, लेकिन जब आप जीतने के लिए खेल रहे होते हैं तो भावनाएं तेज हो जाती हैं.” गिल ने माना कि भावनाएं मैदान पर काबू से बाहर हो सकती हैं, लेकिन उन्होंने उम्मीद जताई कि भविष्य में दोनों टीमें खेल की भावना बनाए रखेंगी.
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