IND vs ENG: भारत और इंग्लैंड के बीच मैनचेस्टर में खेले गए चौथे टेस्ट मैच में भारतीय टीम ने संघर्ष करते हुए मुकाबले को ड्रॉ कराने में सफलता पाई. इस मुकाबले में जहां विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे बड़े नाम मौजूद नहीं थे, वहीं अनुभवी बल्लेबाज केएल राहुल ने टीम की बागडोर संभाली और ‘अनसंग हीरो’ बनकर उभरे.
पूर्व भारतीय ऑलराउंडर इरफान पठान ने केएल राहुल की इस अहम भूमिका की जमकर तारीफ की. उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा कि राहुल भले ही शतक से चूक गए हों, लेकिन उन्होंने जो योगदान दिया वह किसी शतक से कम नहीं है. पठान ने कहा “केएल राहुल ने पहली पारी में 98 और दूसरी पारी में 200 से ज्यादा गेंदें खेलीं. उन्होंने कुल 328 गेंदें खेलीं, जो इस टेस्ट में भारत द्वारा खेली गई कुल 257.1 ओवर की गेंदों में से 54 ओवर से भी ज्यादा का हिस्सा है. ये छोटी बात नहीं है.”
IND vs ENG: जिम्मेदारी भरी बल्लेबाजी
केएल राहुल की बल्लेबाजी में संयम, धैर्य और जिम्मेदारी साफ झलक रही थी. उन्होंने मुश्किल परिस्थिति में टीम को थामे रखा और पारी को मजबूत नींव दी. पहली पारी में जहां उन्होंने 98 गेंदें खेलीं, वहीं दूसरी पारी में 200 से अधिक गेंदों का सामना करते हुए 90 रन बनाए. दुर्भाग्यवश वे केवल 10 रन से शतक से चूक गए जब उन्हें इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने एलबीडब्ल्यू आउट कर दिया.

इरफान पठान ने कहा, “राहुल ने पिछले कुछ वर्षों में टेस्ट क्रिकेट में खुद को एक अहम खिलाड़ी के रूप में साबित किया है. वह अब इस युवा भारतीय टीम के सीनियर खिलाड़ी हैं और अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभा रहे हैं. मैंने पहले भी कहा है कि यदि गेंद छोड़ने की कला होती है, तो राहुल उसके सबसे बड़े कलाकार हैं.”
राहुल के अलावा शुभमन गिल, वॉशिंगटन सुंदर और रवींद्र जडेजा ने शतक जड़ा, लेकिन राहुल की बल्लेबाजी परिस्थितियों और दबाव को देखते हुए सबसे अहम मानी जा रही है. उन्होंने स्कोरबोर्ड पर भले ही शतक न जोड़े हों, लेकिन उनका टिके रहना और इंग्लिश गेंदबाजों को थकाना भारत की जीत जैसी ड्रॉ की राह का प्रमुख कारण बना.
ऐतिहासिक रिकॉर्ड में राहुल की एंट्री
केएल राहुल की इस सीरीज में बल्लेबाजी सिर्फ इस मैच तक सीमित नहीं रही, बल्कि उन्होंने पूरी सीरीज में शानदार प्रदर्शन किया. उन्होंने इंग्लैंड में बतौर एशियाई ओपनर 500 से अधिक रन बनाने वाले दूसरे बल्लेबाज़ बनकर इतिहास रच दिया. उनसे पहले यह कारनामा भारतीय दिग्गज सुनील गावस्कर ने 1979 में किया था, जब उन्होंने 542 रन बनाए थे.
राहुल ने इस सीरीज़ में अब तक 4 टेस्ट मैचों में 511 रन बनाए हैं, वो भी शानदार 63.87 के औसत और 51.20 के स्ट्राइक रेट से. इस दौरान उन्होंने दो शतक और दो अर्धशतक भी जड़े. 21वीं सदी में इंग्लैंड में किसी विदेशी ओपनर द्वारा 500+ रन बनाने वाले वे केवल दूसरे खिलाड़ी हैं. इससे पहले दक्षिण अफ्रीका के ग्रीम स्मिथ ने 2003 में 714 रन बनाए थे.
राहुल की यह परिपक्वता और ठहराव उनकी बल्लेबाजी को अलग स्तर पर ले जाती है. खासकर विदेशी जमीन पर इस तरह का प्रदर्शन भारत के लिए आने वाले समय में बेहद अहम साबित हो सकता है.
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