Ind vs Eng Manchester test: भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का चौथा मुकाबला बुधवार से मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर शुरू होगा. दोनों टीमों के बीच सीरीज इस समय बेहद प्रतिस्पर्धात्मक और रोमांचक मोड़ पर है, जहां इंग्लैंड फिलहाल 2-1 से बढ़त बनाए हुए है. ऐसे में मुकाबले के रोमांच के साथ-साथ खिलाड़ियों के बीच चल रही जुबानी जंग भी चर्चा का विषय बनी हुई है. इस बीच इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्पष्ट कर दिया कि उनकी टीम किसी भी प्रकार की आक्रामकता का जवाब उसी अंदाज में देगी.
आक्रामकता को हल्के में नहीं लेगा इंग्लैंड
बेन स्टोक्स ने कहा कि इंग्लैंड की टीम मैदान पर भारतीय खिलाड़ियों की आक्रामकता को बिल्कुल हल्के में नहीं लेगी और यदि जरूरत पड़ी तो उसी भाषा में जवाब दिया जाएगा. उन्होंने कहा, “यह ऐसा नहीं है जिसे हम जानबूझकर शुरू करना चाहेंगे, लेकिन अगर कोई टीम हम पर आक्रामक रुख अपनाती है, तो हम बिल्कुल पीछे नहीं हटेंगे. हम भी पलटवार करेंगे.”
स्टोक्स के इस बयान से यह संकेत साफ हो जाता है कि अब तक की तरह आगे भी मैदान पर तीखी नोकझोंक देखने को मिल सकती है. हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी टीम का ध्यान मुख्य रूप से खेल पर ही रहेगा और वह जानबूझकर किसी विवाद में नहीं पड़ेगी.
स्टोक्स ने स्वीकार किया कि जब दो बड़ी टीमें आमने-सामने होती हैं, तो मैदान पर माहौल गरम होना स्वाभाविक है. उन्होंने कहा, “टेस्ट सीरीज में हमेशा ऐसा एक क्षण आता है जब माहौल गर्म हो जाता है. यह एक बड़ी सीरीज है और दोनों टीमों पर अच्छा प्रदर्शन करने का काफी दबाव है.”
बेन स्टोक्स के अनुसार, खिलाड़ियों की भावनाएं एक अहम भूमिका निभाती हैं और जब दांव पर बहुत कुछ लगा हो, तो तनाव होना स्वाभाविक है.
IND vs ENG: लॉर्ड्स टेस्ट में दिखा था टकराव
तीसरे टेस्ट मैच के दौरान लॉर्ड्स में भारत और इंग्लैंड के खिलाड़ियों के बीच गर्मागर्मी देखने को मिली थी. खासकर इंग्लैंड के बल्लेबाज जैक क्रॉली और बेन डकेट ने जानबूझकर समय बर्बाद करने की कोशिश की थी, जिससे भारतीय खिलाड़ियों का गुस्सा फूट पड़ा. इसके जवाब में भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज और बल्लेबाज शुभमन गिल ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी. गिल ने डकेट की ओर उंगली दिखाकर इशारा किया, जिसके बाद डकेट ने भी उसी अंदाज में प्रतिक्रिया दी.

स्टोक्स ने इस घटना को स्वाभाविक करार देते हुए कहा, “जाहिर है कि उस रात जब जैक और बेन को फिर से मैदान पर उतरना पड़ा, तभी से घटनाक्रम शुरू हुआ. हमें अंत में गेंदबाजी करने का फायदा मिला जिससे हमने जीत दर्ज की. हमने भारत पर अपनी पूरी ताकत झोंक दी – सिर्फ अपने कौशल से नहीं, बल्कि अपनी ऊर्जा से भी.”
इस तरह का टकराव, जो आमतौर पर क्रिकेट के शांत वातावरण में कम देखने को मिलता है, खिलाड़ियों को मानसिक रूप से अधिक मजबूत और एकजुट बना देता है. स्टोक्स का मानना है कि टीम जब एकजुट होकर किसी दबाव या टकराव का सामना करती है, तो वह और बेहतर प्रदर्शन करती है.
स्टोक्स ने विरोधियों को चेताया
स्टोक्स ने अपने बयान में यह भी कहा कि इंग्लैंड की टीम किसी भी विरोधी को यह महसूस नहीं करने देगी कि वे उन पर हावी हो सकते हैं. “हम किसी भी विरोधी टीम को हमारे प्रति आक्रामक होने की कोशिश नहीं करने देंगे. यदि ऐसा होता है, तो हम भी वैसा ही जवाब देंगे.” उन्होंने साफ किया कि इंग्लैंड की रणनीति यह नहीं है कि वे पहले छींटाकशी करें या किसी तरह की नोकझोंक शुरू करें, लेकिन अगर सामने से कोई कदम उठाया जाता है, तो वे बिल्कुल भी पीछे नहीं हटेंगे.

स्टोक्स ने सीरीज की गुणवत्ता की भी तारीफ की. उन्होंने कहा, “यह सीरीज शानदार रही है. इसे देखना शानदार रहा है. अब तक के सभी तीन टेस्ट मैचों के पांचों दिन बेहतरीन क्रिकेट देखने को मिला है. क्रिकेट का स्तर बहुत ही ऊंचा रहा है.”
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