IND vs ENG: पूर्व क्रिकेटर और कमेंटेटर संजय मांजरेकर का मानना है कि लॉर्ड्स में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन के आखिरी क्षणों में इंग्लैंड के खिलाड़ियों पर भड़कने के बाद भारतीय कप्तान शुभमन गिल की बल्लेबाजी प्रभावित हुई. जैसे ही मैच में मसाला आया, गुस्सा भड़क गया, उंगलियां उठीं और भावनाएं कमजोर पड़ गईं. रोमांचक टेस्ट मैच के आखिरी तीन दिनों में भारत और इंग्लैंड के खिलाड़ियों के बीच तीखी बहस हुई, जिसने एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी की जंग में मनोरंजन का एक और तड़का लगा. यह सब तीसरे दिन के आखिरी क्षणों में गिल द्वारा जैक क्रॉली पर चिल्लाने से शुरू हुआ. उन्हें लगा कि यह लंबा-चौड़ा इंग्लिश ओपनर भारत को दूसरा ओवर फेंकने से रोकने के लिए समय कम करने की कोशिश कर रहा है. भारतीय खिलाड़ी भी कप्तान के साथ आ गए, और यही निर्णायक मोड़ साबित हुआ. This is reason behind Gill flop batting show Sanjay Manjrekar asked
तीसरे टेस्ट में जमकर हुए जुबानी हमले
चौथे दिन के आखिरी घंटे में जब गिल बल्लेबाजी के लिए उतरे, तो इंग्लैंड के खिलाड़ियों ने पलटवार किया और 25 वर्षीय खिलाड़ी 6 (9 गेंद) रन पर आउट हो गए. मांजरेकर ने गिल के मैदानी व्यवहार का एक बल्लेबाज के तौर पर उन पर पड़ने वाले प्रभाव पर जोर दिया. उन्होंने इस बात को समझाने के लिए पूर्व भारतीय कप्तान विराट कोहली का उदाहरण दिया. मांजरेकर ने ईएसपीएनक्रिकइन्फो मैच डे पर कहा, ‘विराट कोहली के साथ बात यह थी कि वह और भी ज्यादा उत्साहित हो जाते थे और बेहतर बल्लेबाज बन जाते थे. शुभमन गिल की बात ने मुझे निराश किया और इसीलिए मैं सोच रहा था कि शुभमन गिल किस ओर जा रहे हैं? क्योंकि ऐसा लग रहा था कि बल्लेबाज गिल पर इसका सही असर नहीं हुआ.’
2️⃣6️⃣9️⃣ runs in the 1st Innings
— BCCI (@BCCI) July 6, 2025
1️⃣6️⃣1️⃣ runs in the 2nd Innings
For his phenomenal batting and record breaking innings in the second Test, Captain Shubman Gill is the Player of the Match 👏
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मैच के दौरान व्यक्तिगत हमले भी हुए
उन्होंने आगे कहा, ‘वह काफी अनिश्चित दिख रहे थे और आप जानते हैं कि इन दिनों हम स्टंप माइक के सामने होते हैं और हम जो कुछ भी कहा जा रहा था उसे सुन सकते थे और कुछ व्यक्तिगत हमले भी किए गए थे. गिल के लिए यह एक नया अनुभव हो सकता है क्योंकि इन दिनों भारतीय खिलाड़ियों के साथ कई विदेशी टीमों की ओर से ज्यादातर दोस्ताना स्वागत होता है.’ मांजरेकर का मानना है कि गिल इस स्थिति के लिए बिल्कुल तैयार नहीं थे और इतना अच्छा डिफेंस करने वाला खिलाड़ी दूसरी पारी में गेंद मिस कर रहा था. गिल लॉर्ड्स में तीन शतकों के साथ तीसरे टेस्ट में उतरे थे. उनमें से एक शतक उनके करियर की सर्वश्रेष्ठ 269 भी है. दो टेस्ट मैचों में उन्होंने 458 रनों में बदल दिया.
गिल ने उम्मीदों से बढ़कर किया प्रदर्शन
मांजरेकर के अनुसार, 25 वर्षीय इस खिलाड़ी ने भारतीय टेस्ट कप्तान के रूप में अपने पहले ही कार्यकाल में सभी की उम्मीदों से बढ़कर प्रदर्शन किया है. मांजरेकर ने कहा, ‘मुझे लगता है कि आठ दिनों का यह ब्रेक उसके लिए एकदम सही है. उसके आस-पास बहुत सारे अच्छे लोग हैं. उसे अपना रास्ता खुद खोजना होगा, लेकिन जो भी रास्ता हो, वह ऐसा होना चाहिए जो उसके नेतृत्व गुणों को बढ़ाए और उसे एक बेहतर बल्लेबाज भी बनाए.’ अब चौथे टेस्ट में भारत को अपने कप्तान से आगे बढ़कर बल्ले से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी.
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