Mohammed Shami in Bengal’s probables for domestic season: अनुभवी तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी इंग्लैंड दौरे के लिए भारत की टीम में जगह नहीं बना पाए. चैंपियंस ट्रॉफी में जसप्रीत बुमराह की गैरमौजूदगी में शमी ने भारत की तेज गेंदबाजी आक्रमण की अगुवाई की थी. हालांकि घुटने की समस्या के कारण उन्हें राष्ट्रीय टीम के इंग्लैंड दौरे पर मौका नहीं मिल सका. हालांकि अब शमी को आगामी घरेलू सीजन के लिए बंगाल की 50 संभावित खिलाड़ियों की विस्तारित सूची में शामिल किया गया है. शमी घरेलू सत्र की शुरुआत में होने वाले दलीप ट्रॉफी में ईस्ट जोन का हिस्सा बन सकते हैं, जो 28 अगस्त से शुरू हो रही है. यह टूर्नामेंट उनके प्रतिस्पर्धात्मक क्रिकेट में वापसी का मंच बन सकता है.
34 वर्षीय शमी भारत के लिए अब तक 64 टेस्ट, 108 वनडे और 25 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके हैं. उन्होंने मार्च 2025 में समाप्त हुई चैंपियंस ट्रॉफी के बाद से भारत के लिए कोई मुकाबला नहीं खेला है. भारत ने न्यूजीलैंड को हराकर यह टूर्नामेंट जीता था. शमी ने इस टूर्नामेंटे के दौरान पांच मैचों में कुल 9 विकेट चटकाए थे, जो भारत के लिए मिस्ट्री स्पिनर वरुण चक्रवर्ती के बराबर थे. हालांकि शमी विकेट तो ले रहे थे, लेकिन वह काफी महंगे साबित हुए. वह भारत के सबसे महंगे गेंदबाजों में से एक रहे, उन्होंने 5.68 की इकॉनमी रेट से रन लुटाए.
आईपीएल में भी नहीं दिखा पाए दम
टूर्नामेंट के समापन के बाद शमी इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 18वें संस्करण में सनराइजर्स हैदराबाद से जुड़ गए. पिछले साल फाइनल में पहुंचने वाली सनराइजर्स की टीम इस बार लय से बाहर दिखी और ग्रुप स्टेज में छठे स्थान पर रही. शमी का प्रदर्शन भी अपनी नई टीम की तरह निराशाजनक रहा. उन्होंने नौ मैचों में केवल छह विकेट झटके और प्रति ओवर 11.23 की दर से रन दिए.
फिटनेस बना टीम से बाहर होने का कारण
इस खराब प्रदर्शन और फिटनेस के संकट के चलते शमी को इंग्लैंड के खिलाफ एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम से बाहर कर दिया गया. टीम चयन से पहले बीसीसीआई के मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर ने उनके चयन न होने के पीछे की वजह स्पष्ट की थी. अगरकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था, “मेडिकल टीम ने हमें बताया है कि शमी इस सीरीज से बाहर हैं. वह फिट होने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन पिछले सप्ताह उन्हें एक झटका लगा और उन्हें कुछ एमआरआई स्कैन करवाने पड़े. हमें उम्मीद थी कि वह कम से कम कुछ मैचों के लिए उपलब्ध होंगे, लेकिन अगर वह इस समय फिट नहीं हैं, तो उनका इंतजार करना मुश्किल होगा. यह दुर्भाग्यपूर्ण है. हम हमेशा ऐसे गेंदबाज को टीम में चाहते हैं.”
भारत का इंग्लैंड दौरा अब तक
वहीं भारतीय टीम इंग्लैंड दौरे पर सभी विभागों में अच्छा प्रदर्शन कर रही है. हालांकि तीन मैचों की सीरीज में वह 1-2 से पिछड़ रही है. अब इस सीरीज का चौथा टेस्ट मैच में मैनचेस्टर में खेला जाएगा. भारत इस मैदान पर आज तक खेल गए 9 टेस्ट मैच में से कोई मुकाबला नहीं जीत पाया है. 2014 में विराट कोहली की कप्तानी में भारत ने यहां आखिरी टेस्ट मैच खेला था, तब भी उसे हार झेलनी पड़ी थी. ऐसे में शुभमन गिल के ऊपर सीरीज जीतने में बराबरी करने के साथ ही मैदान पर रिकॉर्ड दुरुस्त करने का भी अच्छा मौका होगा.
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