IND vs ENG: लीड्स में खेले गए पहले टेस्ट मैच में इंग्लैंड ने भारत को करारी शिकस्त दी. चौथी इनिंग में 371 रन के लक्ष्य को इंग्लैंड ने 82 ओवर में 5 विकेट खोकर हासिल कर लिया. भारत की ओर से इस मैच में 5 शतक लगे और दोनों पारियों को मिलाकर 835 रन भी बने, इसके बावजूद टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा. चौथी पारी इंग्लैंड के विकेट न निकाल पाने के कारण भारत एक अच्छे लक्ष्य का बचाव नहीं कर पाया. भारत ने इस मैच में काफी कैच भी छोड़े. इस हार के बाद भारतीय खिलाड़ियों के प्रदर्शन का एनालिसिस जारी है, जिसमें सबसे ज्यादा गाज शार्दुल ठाकुर पर गिरी है.
पूर्व भारतीय क्रिकेटर संजय मांजरेकर का मानना है कि इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में भारतीय आक्रमण कमजोर नजर आया और इसको मजबूती प्रदान करने के लिए बायें हाथ के कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव को टीम में लाना चाहिए और शार्दुल ठाकुर को बाहर करना चाहिए. उनके साथ ही इंग्लैंड के पूर्व स्पिनर मोंटी पनेसर ने इसी बात को दोहराया. तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने हेडिंग्ले में पहली पारी में पांच विकेट चटकाए, लेकिन अन्य भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा और ठाकुर उन्हें पर्याप्त सहयोग नहीं दे पाए. (Monty Panesar and Sanjay Manjrekar on Indian Playing XI for IND vs ENG 2nd Test)
ठाकुर को जाना होगा, कुलदीप को आना होगा
मांजरेकर ने मैच सेंटर लाइव पर कहा, ‘‘कुलदीप यादव को वापस आना होगा. मुझे यह कहते हुए दुख हो रहा है, लेकिन शार्दुल ठाकुर को बाहर जाना होगा. यह एक बदलाव है जो भारत को करना होगा. जहां तक नीतीश कुमार रेड्डी का सवाल है तो मैंने पहले टेस्ट के लिए उनका समर्थन इस आधार पर किया था कि उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में शानदार प्रदर्शन किया था.’’
रेड्डी पर्याप्त विकल्प नहीं
मांजरेकर ने कहा, ‘‘लेकिन वह पर्याप्त विकल्प प्रदान नहीं करता है. वह टीम में चौथे तेज गेंदबाज की भूमिका में पूरी तरह से खरा नहीं उतर पाएगा इसलिए भारतीय टीम प्रबंधन को कड़ा फैसला लेना होगा. हमें यहां की परिस्थितियों में अपने सर्वश्रेष्ठ आक्रमण के साथ करना होगा और इसके लिए मैं एक तेज गेंदबाज कम रखूंगा और कुलदीप को अंतिम एकादश में शामिल करूंगा. उसे खेलना ही होगा.’’
समय आ गया है भारत दो स्पिनर्स के साथ उतरे
मांजरेकर ने यह भी कहा कि इंग्लैंड की परिस्थितियां पहले की तरह तेज गेंदबाजी के अनुकूल नहीं हैं, जिससे भारत को दो मुख्य स्पिनरों के साथ खेलने पर विचार करना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘‘हमें यह स्वीकार करना होगा कि इंग्लैंड की परिस्थितियां पहले की तरह नहीं है तथा मौसम काफी हद तक शुष्क है जिससे स्पिन गेंदबाजों की भूमिका भी महत्वपूर्ण हो जाती है. अब समय आ गया है जब भारत को दो मुख्य स्पिनर के साथ खेलने पर विचार करना चाहिए.’’
जडेजा ने भी किया निराश
शार्दुल ठाकुर ने पहली इनिंग में केवल 1 रन बनाया और 6 ओवर गेंदबाजी की और कोई विकेट नहीं ले सके. वहीं दूसरी पारी में उन्होंने बल्ले से 4 रन बनाए, हालांकि इस पारी में 10 ओवर गेंदबाजी करते हुए 51 रन देकर 2 विकेट झटके. मांजरेकर का मानना है कि बाएं हाथ के स्पिनर रविंद्र जडेजा परिस्थितियों का फायदा उठाने में नाकाम रहे. उन्होंने कहा, ‘‘प्रसिद्ध कृष्णा जैसे गेंदबाजों में सुधार की गुंजाइश है लेकिन जडेजा पहले मैच में अपेक्षाओं पर खरा नहीं उतरे. उन्हें पांचवें दिन विकेट से मिल रही मदद का फायदा उठाना चाहिए था.’’
कुलदीप यादव होंगे एक्स फैक्टर- पनेसर
वहीं मोंटी पनेसर ने कहा, ‘‘एजबेस्टन में भारत रवींद्र जडेजा को अंतिम एकादश में बरकरार रख सकता है और कुलदीप यादव को एक्स फैक्टर के रूप में टीम में शामिल कर सकता है. एजबेस्टन का विकेट थोड़ा टर्न लेता है. इसलिए आपके पास वह एक्स फैक्टर है, जो मुझे लगता है कि बेहतर विकल्प होगा. उसमें कुछ खास बात है. कुलदीप को टर्निंग ट्रैक की जरूरत नहीं है. हमने आईपीएल के दौरान देखा कि वह विकेट से खास टर्न नहीं मिलने के बावजूद बल्लेबाजों को परेशानी में डाल सकता है.’’
शार्दुल को टीम में रखने का कोई मतलब नहीं है
पनेसर ने कहा कि अगर शार्दुल ठाकुर केवल छह से आठ ओवर ही गेंदबाजी करेंगे और पूरे दिन में 15 ओवर भी नहीं कर पाएंगे तो उन्हें टीम में रखने का कोई मतलब नहीं है.’ जब पनेसर से पूछा गया कि क्या भारत को जडेजा की जगह कुलदीप को चुनना चाहिए तो उन्होंने कोई हिचकिचाहट नहीं दिखाई. उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि उन्हें कुलदीप को टीम में रखने की जरूरत है क्योंकि उनमें एक्स फैक्टर ज्यादा है. उनमें कुछ खास बात है. अगर आपको टीम में एक ही स्पिनर रखना है तो फिर जडेजा की जगह कुलदीप को अंतिम एकादश में रखना चाहिए.’’ भारत और इंग्लैंड दूसरा टेस्ट 2 जुलाई से एजबैस्टन, बर्मिंघम में खेलेंगे.
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