Sanjay Manjrekar on KL Rahul ahead of IND vs ENG 2nd Test: भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में शानदार बल्लेबाजी की. टीम इंडिया की ओर से पांच बल्लेबाजों ने शतक लगाया, लेकिन भारत मैच नहीं बचा सका और पांच विकेट से शिकस्त झेलनी पड़ी. पहली पारी में यशस्वी जायसवाल, कप्तान शुभमन गिल और ऋषभ पंत ने सेंचुरी जड़ी, तो दूसरी पारी में केएल राहुल और पंत ने एकबार फिर शतक ठोका. भारत ने मैच में कुल 835 रन बनाए, लेकिन इंग्लैंड की बैजबॉल तकनीक ने भारत को पछाड़ दिया. भारत अब दो जून से होने वाले दूसरे टेस्ट के लिए तैयारी कर रहा है, इससे पहले पूर्व भारतीय क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने कहा है कि केएल राहुल को टेस्ट क्रिकेट में अधिक निरंतरता दिखाने की जरूरत है, खासकर जब वह विराट कोहली और रोहित शर्मा के संन्यास के बाद सीनियर भूमिका में आ चुके हैं. वहीं उन्होंने उपकप्तान ऋषभ पंत की काफी तारीफ की है.
टेस्ट क्रिकेट में दो शतक लगाकर ऋषभ पंत ने भारत की बल्लेबाजी क्रम में अपनी जगह और मजबूत कर ली है. वह एक टेस्ट मैच में दो शतक लगाने वाले दुनिया के दूसरे विकेटकीपर बन गए हैं यह कारनामा उनसे पहले केवल एंडी फ्लावर ने किया था. लीड्स टेस्ट में ऋषभ पंत के दो शतकों के प्रदर्शन से संजय मांजरेकर बेहद प्रभावित हुए. उन्होंने स्टार स्पोर्ट्स पर कहा, “मुझे लगता है कि पंत टेस्ट क्रिकेट में बल्लेबाजी का आनंद लेते हैं. एक बल्लेबाज के लिए एक ही टेस्ट मैच में दो शतक लगाना बहुत बड़ी मानसिक चुनौती होती है. पहली पारी में शतक लगाने के बाद, 48 घंटे में फिर से वैसा ही संयम और ऊर्जा जुटाकर दूसरी पारी में शतक बनाना, यह एक असाधारण खिलाड़ी की पहचान है.”

एक शतक वाले बल्लेबाज बनकर नहीं रह सकते केएल
भारतीय टीम की अपेक्षाकृत युवा बल्लेबाजी में राहुल अब सबसे अनुभवी खिलाड़ियों में से एक हैं और उनसे अब स्थिरता, नेतृत्व और निरंतर प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही है. मांजरेकर ने यह भी जोर दिया कि केएल राहुल को ठहर-ठहर कर प्रदर्शन करने वाले बल्लेबाज के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए और उन्हें पूरी सीरीज में निरंतर प्रदर्शन करना होगा. उन्होंने कहा, “मैं देख रहा हूं कि पंत अपनी फॉर्म बरकरार रखेंगे, लेकिन टीम में एक और सीनियर बल्लेबाज हैं जिन्हें अब कोई विकल्प नहीं है उन्हें सीरीज भर अपनी फॉर्म बनाए रखनी होगी. भारतीय क्रिकेट को उनकी सख्त जरूरत है और केएल राहुल अब सिर्फ एक शतक वाले या एक मैच वाले बल्लेबाज नहीं रह सकते.”
अब पूरा ध्यान केएल राहुल पर है, क्योंकि वह भारत की टेस्ट बल्लेबाजी क्रम में सबसे वरिष्ठ खिलाड़ी की भूमिका निभा रहे हैं. वहीं, पंत के हालिया प्रदर्शन ने एक ऊंचा मानक स्थापित किया है, यह दर्शाते हुए कि वह टेस्ट क्रिकेट में लगातार प्रदर्शन करने की क्षमता रखते हैं. टीम जिस परिवर्तन के दौर से गुजर रही है, उसमें वरिष्ठ खिलाड़ियों की जिम्मेदारी है कि वे युवा खिलाड़ियों को सही दिशा दें और टीम को मजबूती से आगे ले जाएं. इसके साथ ही राहुल पर युवा कप्तान शुभमन गिल को गाइड करने का भी दायित्व होगा.
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