Trademark Registration by Players: दुनिया के कई मशहूर खिलाड़ी अब सिर्फ खेल तक सीमित नहीं हैं, वे अपने खास पहचान और उपनाम को कानूनी रूप से सुरक्षित करवा कर उसे एक ब्रांड में तब्दील कर रहे हैं. ट्रेडमार्क पंजीकरण के जरिये ये खिलाड़ी अपने नाम, अंदाज या निकनेम को व्यावसायिक रूप से संरक्षित करते हैं ताकि उनका इस्तेमाल सिर्फ उनकी अनुमति से ही किया जा सके. खिलाड़ी अब सिर्फ खेल ही नहीं, बल्कि ब्रांड भी बन चुके हैं. उनका नाम, अंदाज और उपनाम अब कानूनी रूप से संरक्षित हैं और व्यापारिक दुनिया में भी उनकी चमक बरकरार है.
हाल ही में भारतीय क्रिकेट के सुपरस्टार कैप्टन एमएस धोनी ने ‘कैप्टन कूल’ नाम के ट्रेडमार्क के लिए आवेदन किया. भारतीय क्रिकेट के सबसे शांत कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को यह नाम उन्हें मैदान पर उनके संयमित स्वभाव के कारण मिला. आवेदन 5 जून को दायर किया गया था और 16 जून को इसे ट्रेडमार्क जर्नल में प्रकाशित किया गया. यह ट्रेडमार्क खेल प्रशिक्षण और कोचिंग सेवाओं की श्रेणी में पंजीकृत है. लेकिन धोनी अकेले नहीं हैं, जिन्होंने ट्रेडमार्क के लिए आवेदन किया है. इससे पहले कई खिलाड़ियों ने इसके लिए अप्लाई किया है और जरूरी अधिकार प्राप्त किया है.
विराट कोहली ने ‘VK’ लोगो और नाम को चुना. भारत के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने अपने नाम और ‘VK’ लोगो को ट्रेडमार्क करवाया हुआ है. यह उन्हें न सिर्फ मैदान पर, बल्कि फैशन और विज्ञापन जगत में भी एक पहचान दिलाता है. कोहली ने हाल ही में टेस्ट और टी20 से संन्यास लिया है, लेकिन वनडे में उनका सफर जारी है.
रोहित शर्मा ने ‘हिटमैन’ के नाम से मशहूर होने के बाद इसे ट्रे़डमार्क करवाया है. रोहित शर्मा ने इस उपनाम को चुना है. यह नाम उनकी आक्रामक बल्लेबाजी शैली को दर्शाता है. रोहित अब टेस्ट और टी20 को अलविदा कह चुके हैं, लेकिन वनडे फॉर्मेट में सक्रिय रहेंगे. इसके साथ ही RS by Tru Elements ट्रू एलिमेंट्स के साथ साझेदारी में उनका एक लाइसेंस प्राप्त ब्रांड है.
सचिन तेंदुलकर ने ‘मास्टर ब्लास्टर’ को ट्रेडमार्क करवाया है. क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने अपने उपनाम को चुना है. यह नाम उन्हें उनकी दमदार बल्लेबाजी के कारण मिला और आज भी उनके फैंस उन्हें इसी नाम से पुकारते हैं. उन्होंने अपने सिग्नेचर को भी ट्रेडमार्क करवाया है.
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अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों ने भी करवाए हैं ट्रेडमार्क
क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने CR7 और CR9 ब्रांड को ट्रेडमार्क किया है, जो कपड़ों से लेकर होटल इंडस्ट्री तक फैला है.
उसैन बोल्ट ने अपने आइकॉनिक लाइटनिंग पोज को ट्रेडमार्क कराया है, जो अब एक ग्लोबल पहचान बन चुका है. इसके साथ ही उन्होंने टू द वर्ल्ड वाक्य को भी ट्रेडमार्क करवाया है.
सेरेना विलियम्स ने अपने नाम और लोगो का ट्रेडमार्क लेकर फैशन और व्यवसाय में कदम बढ़ाया है.
नोवाक जोकोविच ने अपने उपनाम ‘नोले‘ को ट्रेडमार्क करवाया है.
लियोनेल मेसी ने अब तक 76 से अधिक ट्रेडमार्क पंजीकृत कराए हैं, जिनमें गहने, परिधान और खेल उपकरण शामिल हैं.
रोंडा राउजी ने ‘राउडी रोंडा राउजी’ और अपने नाम को ट्रेडमार्क किया है.
ट्रेडमार्क क्यों है जरूरी?
ट्रेडमार्क रजिस्ट्रेशन एक कानूनी प्रक्रिया है जो किसी नाम, प्रतीक या ब्रांड आइडेंटिटी को संरक्षण देता है. इससे खिलाड़ियों को अपने ब्रांड को व्यावसायिक रूप से उपयोग करने और दूसरों द्वारा गलत इस्तेमाल से बचाने का अधिकार मिलता है.
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