Sunil Gavaskar on Virat Kohli and Rohit Sharma Retirement: रोहित शर्मा के बाद विराट कोहली ने भी भारत के इंग्लैंड दौरे से पहले संन्यास की घोषणा कर दी. जहां रोहित ने 68 टेस्ट मैचों में शिरकत की तो कोहली ने भारत के लिए 123 टेस्ट मैच खेले. विराट ने 2011 में डेब्यू के बाद तो रोहित ने 2013 में टेस्ट पदार्पण के बाद एक ही मैच को अपना आखिरी टेस्ट घोषित किया. रोहित और विराट के संन्यास पर विश्व भर से प्रतिक्रियाएं आईं. खासकर कोहली के लिए शुभकामनाओं और धन्यवाद का तांता लग गया. अब भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने कहा कि विराट कोहली के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने से वे हैरान नहीं हैं, उन्होंने सुझाव दिया कि बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान जो कुछ हुआ, उसने इस निर्णय को प्रभावित किया होगा.
स्पोर्ट्स टुडे से बात करते हुए गावस्तकर ने कहा कि चयनकर्ताओं ने कोहली और रोहित शर्मा दोनों के साथ उनके भविष्य के बारे में चर्चा की होगी. गावस्कर ने कहा, “खेलना या न खेलना एक व्यक्तिगत निर्णय है. लेकिन मैं हैरान नहीं हूं क्योंकि मुझे लगा कि ऑस्ट्रेलिया में जो हुआ, उसके बाद बड़े बदलाव होने वाले थे. इसलिए मुझे आश्चर्य नहीं है कि उन्होंने इसे अलविदा कहने का फैसला किया.” गावस्कर ने कहा कि चयनकर्ताओं, चयन समिति के अध्यक्ष और बीसीसीआई के शीर्ष अधिकारियों ने रोहित शर्मा और विराट कोहली दोनों के साथ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के अगले चक्र की योजनाओं पर चर्चा की होगी, जिससे इंग्लैंड दौरे से पहले उनके संन्यास लेने के फैसले पर असर पड़ा होगा.
गावस्कर ने कहा, “ठीक यही हुआ होगा. उनके साथ चर्चा और बातचीत हुई होगी. उन्होंने चयनकर्ताओं, चयनकर्ताओं के अध्यक्ष और वरिष्ठ बोर्ड अधिकारियों के साथ बातचीत की होगी. इसलिए मैंने कहा कि यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है, कम से कम मेरे लिए तो नहीं. निश्चित रूप से, उन दोनों के साथ बातचीत हुई होगी क्योंकि एक चीज जो कोई नहीं देखना चाहता था वह यह थी कि उन्हें टीम से बाहर कर दिया जाए. कोई भी ऐसा नहीं चाहता था. उन्होंने आगे कहा “इन दोनों शानदार क्रिकेटरों का अपनी शर्तों पर बाहर जाना ही हर कोई चाहता था. वे दुनिया को यह बताने के बाद बाहर गए हैं कि उनके लिए बहुत हो चुका है.”
कोहली और रोहित दोनों ने 2024-25 के टेस्ट सत्र के दौरान खराब फॉर्म का सामना किया और ऑस्ट्रेलिया के खराब दौरे के बाद लंबे प्रारूप में उनके भविष्य को लेकर सवाल उठने लगे थे. भारत पिछले सत्र में न्यूजीलैंड से घरेलू मैदान पर 0-3 से हार गया था, जो ऐतिहासिक रूप से पहली बार हुआ था. इसके बाद बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में उसे 1-3 से हार का सामना करना पड़ा. दोनों वरिष्ठ बल्लेबाजों ने बल्लेबाजी इकाई का नेतृत्व करने के लिए संघर्ष किया, जिसके कारण उन पर कड़ी जांच की गई. रोहित ने सिडनी में सीरीज के अंतिम मैच के लिए टीम से बाहर होने से पहले तीन टेस्ट मैचों में सिर्फ 36 रन बनाए, वहीं कोहली ने पांच मैचों में 190 रन ही बनाए.
इन दो सीरीज में हार के कारण भारत 2023-25 चक्र में इतिहास में पहली बार WTC के फाइनल में पहुंचने में विफल रहा. भारत 2021 और 23 दोनों ही फाइनल खेल चुका था. लेकिन तीसरी बार उसका सपना टूट गया. अब भारत इंग्लैंड में पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के साथ, भारत प्रतिष्ठित टेस्ट चैंपियनशिप के अगले चक्र की शुरुआत करेगा
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