Ranji Trophy: केरल पहली बार रणजी ट्रॉफी के फाइनल में पहुंचा है. सेमीफाइनल मुकाबले में गुजरात के साथ मैच ड्रॉ होने के बावजूद केरल ने फाइनल में प्रवेश कर लिया. अहमदाबाद में नाटकीय घटनाक्रम के साथ उसने केरल फाइनल बर्थ सुरक्षित कर लिया है. पहली पारी में 457 रन बनाने के बाद, केरल गुजरात को 455 रन पर समेटने में सफल रहे. दो रन की बढ़त थी. रणजी नॉकआउट मैचों में, अगर कोई स्पष्ट विजेता नहीं होता है, तो पहली पारी में सबसे अधिक स्कोर बनाने वाली टीम को विजेता घोषित किया जाता है.
2 रन से पिछड़ना गुजरात को पड़ा भारी
इससे पहले क्वार्टर फाइनल में जम्मू और कश्मीर के खिलाफ केरल को एक मामूली जीत मिली थी. गुजरात के खिलाफ पहली पारी में दो रन की बढ़त ने केरल को फाइनल में पहुंचा दिया. यह बढ़त काफी नाटकीय ढंग से मिली. नंबर 10 अरजान नागवासवाला, बाएं हाथ के स्पिनर आदित्य सरवटे का सामना कर रहे थे, उनके इर्द-गिर्द स्लिप और शॉर्ट-लेग था. इस समय, गुजरात केवल दो रन पीछे था.
1⃣ wicket in hand
— BCCI Domestic (@BCCIdomestic) February 21, 2025
2⃣ runs to equal scores
3⃣ runs to secure a crucial First-Innings Lead
Joy. Despair. Emotions. Absolute Drama! 😮
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शॉर्ट लेग फील्डर सलमान निजार के सिर पर लगी गेंद
लेग-साइड की ओर गेंद को उछालने के प्रयास में नागवासवाला ने शॉर्ट-लेग के हेलमेट पर गेंद को मार दिया. गेंद उछल गई और पहली स्लिप में कप्तान सचिन बेबी ने खुशी-खुशी गेंद को पकड़ लिया, जिससे केरल के खिलाड़ियों में जश्न का माहौल बन गया. 10.2 ओवर तक टिके रहने के बाद वे फाइनल में जगह बनाने के करीब पहुंच गए थे, लेकिन उनका सपना टूट गया. बाद में पता चला कि शॉर्ट लेग फील्डर सलमान निजार को अस्पताल ले जाना पड़ा.
गुजरात के कन्कशन सब्सटीट्यूट को लेकर भी हुआ विवाद
हालांकि, केरल प्रबंधन ने आश्वासन दिया कि यह सिर्फ एहतियाती कदम था. इससे पहले, मैच में गुजरात द्वारा कन्कशन सब्सटीट्यूट के उपयोग को लेकर विवाद हुआ था, जिसमें एक पुछल्ले खिलाड़ी की जगह एक ऑलराउंडर को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया गया था. दूसरे सेमीफाइनल में विदर्भ ने मुंबई को हराकर पिछले साल का बदला लिया और फाइनल में जगह पक्की कर ली. पिछली बार फाइनल में मुंबई ने विदर्भ को हराया था.