Ricky Ponting on Mitchell Starc: टेस्ट क्रिकेट में 100 मैच खेलना और 400 विकेट लेना बहुत कम गेंदबाजों के हिस्से आता है, लेकिन स्टार्क ने इन दोनों कीर्तिमानों को अपने धमाकेदार अंदाज में हासिल किया है. इस हफ्ते की शुरुआत में, उन्होंने गुलाबी ड्यूक बॉल से कहर बरपाते हुए टेस्ट क्रिकेट के इतिहास का सबसे तेज पांच विकेट लेने का कारनामा कर दिखाया. उन्होंने केवल 15 गेंदों में यह उपलब्धि हासिल की, जिससे वह टेस्ट में 400 विकेट पूरे करने वाले दूसरे सबसे तेज गेंदबाज बन गए. उन्होंने अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन (9 रन पर 6 विकेट) करते हुए वेस्ट इंडीज को जमैका में केवल 27 रन पर समेट दिया, जो एक ऐतिहासिक न्यूनतम स्कोर था. पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान और आईसीसी हॉल ऑफ फेमर रिकी पोंटिंग ने उस पल को साझा किया जब उन्हें यह आश्वासन मिला कि तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क कुछ खास हैं.
जब स्टार्क क्रिकेट के शिखर पर अपनी जगह बना रहे थे, तब पोंटिंग ड्रेसिंग रूम का हिस्सा थे. उन्हें 2012 में भारत के खिलाफ पर्थ के वाका मैदान पर खेले गए टेस्ट मैच की घटना आज भी स्पष्ट रूप से याद है, जो स्टार्क के करियर का तीसरा टेस्ट था. उस मुकाबले में स्टार्क ने दिग्गज बल्लेबाज मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) को अपनी स्पीड और बॉल मूवमेंट से खासा परेशान कर दिया था. पोंटिंग ने आईसीसी रिव्यू पर बताया, “मुझे याद है, वह सचिन तेंदुलकर को एक स्पैल डाल रहा था और उसने एक शॉर्ट बॉल डाली जो सचिन की कांख के नीचे आ गई. सचिन ने उसे लेग साइड पर किसी तरह शॉर्ट लेग की ओर खेल दिया. और जब आप देख सकते थे कि उसकी गेंदबाजी में इतनी गति और उछाल है कि सचिन जैसे बल्लेबाज भी सहज नहीं हो पा रहे थे, तो यह हमारे लिए यह संकेत था कि मिचेल स्टार्क में कुछ खास है, कुछ एक्स्ट्रा ऑर्डिनरी है.”

पूर्व कप्तान पोंटिंग ने स्टार्क की 16 साल लंबी विरासत की सराहना की, जिसमें उन्होंने 292 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं. उनका मानना है कि बचपन से ही स्टार्क के भीतर महान बनने के संकेत साफ दिखते थे. उन्होंने कहा, “वह अब एक अद्भुत करियर की ओर बढ़ रहा है. 400 से अधिक टेस्ट विकेट. मुझे लगता है कि जिसने भी उसे शुरुआती दिनों में खेलते देखा, उसे यह एहसास हो गया था कि वह 100 टेस्ट, 400 या 500 विकेट लेने वाला गेंदबाज बन सकता है. वह लगभग 6 फीट 5 इंच लंबा है. उसके पास हमेशा गति रही है. वह हमेशा 140 की ऊंचाई तक गेंदबाजी करता रहा है और कभी-कभी 150 की रफ्तार भी छू जाता है. वह नई गेंद को दाएं हाथ के बल्लेबाजों में स्विंग कराने की क्षमता रखता है.”
स्टार्क के अंदर है सीखने की भूख
मिचेल स्टार्क के नाम वह सभी उपलब्धियां हैं जिनका कोई भी क्रिकेटर सपना देखता है. 35 वर्षीय बाएं हाथ के तेज गेंदबाज दो बार वनडे वर्ल्ड कप विजेता रह चुके हैं, टी20 वर्ल्ड कप के साथ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की खिताबी टीम के भी वे हिस्सा रहे हैं. 725 अंतरराष्ट्रीय विकेटों के साथ वह आधुनिक युग के महान खिलाड़ियों में गिना जाता है. पोंटिंग के अनुसार, स्टार्क के अंदर आज भी कुछ नया सीखने, खुद को सुधारने और अपनी गेंदबाजी में नई विविधता जोड़ने की भूख है.
पोंटिंग ने आगे कहा, “वह लगातार बेहतर होता गया है. स्किल के लिहाज से और मानसिक रूप से, वह अब शायद पहले से कहीं ज्यादा अपने शरीर और खेल को समझता है, खासकर पिछले कुछ वर्षों में. उसने पिछले दो-तीन वर्षों में कुछ नई गेंदबाजी तकनीकें जोड़ी हैं. जैसे कि तीन-चौथाई सीम, वॉबल सीम डिलीवरी, यह बहुत बड़ा बदलाव नहीं लगता लेकिन इसने उसकी इनस्विंग को और खतरनाक बना दिया है और उसे विविधता भी प्रदान की है.”
Video: अब इसे कौन-सा रिवर्स नाम मिलेगा? बल्लेबाज का अनोखा शॉट, बॉलर-कीपर सब कंफ्यूज