Prithvi Shaw Advised by Sachin Tendulkar: पृथ्वी शॉ ने जब अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया था, तब उन्हें अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट का अगला बड़ा सितरा माना जा रहा था. उन्होंने टीम इंडिया को अंडर-19 विश्वकप जिताया, जिसमें शुभमन गिल, अभिषेक शर्मा, रियान पराग और अर्शदीप सिंह जैसे खिलाड़ी शामिल थे. इन सबसे पहले पृथ्वी को डेब्यू करने का मौका मिला, लेकिन शॉ जितनी तेजी से चढ़े, उतनी ही तेजी से धड़ाम हुए. उन्होंने अक्टूबर 2018 में भारत के लिए टेस्ट डेब्यू पर सबसे कम उम्र में शतक लगाने का कारनामा किया था, लेकिन यह दाएं हाथ का मुंबई का बल्लेबाज उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाया. शॉ ने जुलाई 2021 के बाद से भारत के लिए कोई मैच नहीं खेला है और पिछले साल आईपीएल 2025 की मेगा नीलामी में भी कोई खरीदार नहीं मिला. बीते कुछ सालों में मैदान के बाहर गलत वजहों से सुर्खियों में रहे शॉ ने हाल ही में बताया कि उन्हें महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर से एक खास सलाह मिली थी.
पृथ्वी ने न्यूज 24 को दिए गए एक इंटरव्यू में कहा, “सचिन सर को मेरी जर्नी के बारे में पता है. अर्जुन (तेंदुलकर) और मैं 8-9 साल की उम्र से दोस्त हैं. हम दोनों साथ खेले और बड़े हुए हैं. सर भी कई बार हमारे साथ होते थे. करीब दो महीने पहले MIG क्लब में उनकी प्रैक्टिस के दौरान मैं भी वहां था और हम दोनों की बातचीत हुई. जब चीजें बिगड़ती हैं और आप ट्रैक से भटक जाते हैं, तो ऐसे में एक मेंटर की जरूरत होती है जो आपके अंदर की चिंगारी को फिर से जगा सके.”
सचिन ने पृथ्वी को दी सलाह
पृथ्वी ने कहा सचिन सर ने मुझसे कहा, ‘पृथ्वी, मैं आज भी तुम पर भरोसा करता हूं और करता रहूंगा.’ क्योंकि उन्होंने मुझे बचपन से देखा है. आज भी वो मुझसे कहते हैं, ‘वापस सही ट्रैक पर आ जा, जैसे पहले था.’ उन्होंने कहा कि अगले 13-14 साल में सब कुछ संभव है. उनका मुझ पर यकीन करना मेरे लिए बहुत मायने रखता है.”
शॉ ने मुंबई टीम से नाता तोड़ा
शॉ ने भारत के लिए 5 टेस्ट, 6 वनडे और 1 टी20 मुकाबला खेला है, इसके अलावा उन्होंने आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स की ओर से 79 मैच खेले हैं. भारत की अंडर-19 टीम के पूर्व कप्तान शॉ ने आखिरी बार दिसंबर 2023 में मुंबई के लिए कोई प्रतिस्पर्धात्मक मैच खेला था. हाल ही में उन्होंने मुंबई क्रिकेट टीम से नाता तोड़ते हुए ‘नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट’ (NOC) के जरिए किसी नई घरेलू टीम से जुड़ने का रास्ता साफ किया है.
शॉ ने मुंबई क्रिकेट संघ (MCA) को लिखे पत्र में कहा कि वे मुंबई के साथ बिताए समय के लिए आभारी हैं, जहां उन्होंने 2017 में डेब्यू किया था, लेकिन अब वे अपने “विकास और क्रिकेटिंग ग्रोथ” के लिए आगे बढ़ना चाहते हैं.पृथ्वी शॉ ने जितनी तेजी से सफलता हासिल की, उतनी ही तेजी से वह अपने करियर में गिरावट का शिकार भी हुए. गिल जैसे साथी खिलाड़ी आज टीम इंडिया के कप्तान बन गए, जबकि शॉ राष्ट्रीय टीम में वापसी के लिए संघर्ष कर रहे हैं. अब 25 वर्षीय शॉ अपने करियर को दोबारा पटरी पर लाने की कोशिश में लगे हैं और सचिन तेंदुलकर की कही बातें उन्हें नई उम्मीद दे रही हैं.
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