Jos Buttler on Joe Root Record breaking Sachin Tendulkar’s Record: जो रूट इस समय प्रचंड फॉर्म में हैं. भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जा रही पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में उनका बल्ला रनों की बौछार कर रहा है. शायद यह कहना गलत होगा कि उनका बल्ला अभी रन उगल रहा है, दरअसल वे 2020 से ही रनों का तूफान लाए हुए हैं. जहां 2012 से 2020 तक रूट के नाम पर 12 शतक थे, वहीं 2021 से 2025 तक में ही उन्होंने 21 शतक ठोक दिए हैं. फिलहाल रूट के नाम पर 38 सेंचुरी हो गई हैं. मैनचेस्टर में खेले गए चौथे टेस्ट में रूट टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले दूसरे बल्लेबाज बन गए हैं. अब वह सचिन तेंदुलकर से केवल 2512 रन दूर हैं. ऐसे में क्या रूट इस महारिकॉर्ड को तोड़ेंगे. उनके साथी बल्लेबाज जोस बटलर ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है .
जोस बटलर ने जो रूट के सचिन तेंदुलकर के 12 साल पुराने 15,921 टेस्ट रन के रिकॉर्ड को तोड़ने की संभावना पर बात की है. उन्होंने कहा कि अगर रूट फिट रहते हैं, तो यह रिकॉर्ड काफी हद तक हासिल किया जा सकता है. बटलर ने समझाया कि रूट केवल रन बनाने के लिए भूखे हैं, लेकिन वह इस रिकॉर्ड को पीछा करने में नहीं लगे हैं, जिससे वह भटकते नहीं हैं. रूट ने हाल ही में ओल्ड ट्रैफर्ड में भारत के खिलाफ टेस्ट में पांचवें से दूसरे स्थान पर छलांग लगाई है और अब उनके नाम 13,409 टेस्ट रन हो गए हैं.
बटलर ने अपने पूर्व साथी स्टुअर्ट ब्रॉड के साथ अपने यू-ट्यूब चैनल के ‘फॉर द लव ऑफ क्रिकेट’ पॉडकास्ट में कहा, “वो सचिन तेंदुलकर को पछाड़ने की कोशिश नहीं कर रहे हैं, क्योंकि वह इस तरह क्रिकेट नहीं खेलते और न ही वह इसे इस नजरिए से देखते हैं. लेकिन वह एक बेहद खास सूची में दूसरे नंबर पर हैं और अगर वह फिट रहते हैं, तो यह लक्ष्य काफी हद तक हासिल किया जा सकता है, जो कि वाकई दिमाग को हिला देने वाली बात है. उन्होंने कोविड के बाद से 21 शतक लगाए हैं. वह निश्चित ही अपने करियर के सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में हैं और उन्हें खेलते देखना शानदार है.”

क्रिकविज के एक अनुमान के अनुसार, अगर रूट पिछले दो वर्षों की गति बनाए रखते हैं, तो उन्हें तेंदुलकर को पछाड़ने में लगभग 29 टेस्ट लग सकते हैं, जो कि दो से तीन वर्षों के भीतर संभव है. रूट अभी 35 साल होने वाले हैं और उन्हें केवल उम्र के साथ धीमी होती रिफ्लेक्स से जूझना होगा, हालांकि अभी तक ऐसा कोई संकेत नहीं दिखा है, जिससे यह लक्ष्य वास्तविक रूप से मुमकिन लगता है.
ब्रॉड ने बटलर से पूछा क्या क्या आपको लगता है कि वो ये मुकाम हासिल कर पाएंगे? वो अभी 34 साल के हैं और जल्द ही 35 के हो जाएंगे. बहुत कम ऐसे खिलाड़ी हुए हैं जो कभी फॉर्म से बाहर नहीं हुए या जिनको चोटों ने परेशान नहीं किया. लेकिन वो अब तक लगातार फिट भी रहे हैं और रन भी बनाते रहे हैं. क्या आपके मन में कभी ये विचार आता है कि शायद वो इस रिकॉर्ड तक न पहुंच सकें?
बटलर ने जवाब दिया, “यह थोड़ा ज्यादा उनके पक्ष में ही लग रहा है. मैंने रूट में कभी भूख की कमी नहीं देखी. मुझे नहीं लगता कि वह 2-3 साल बाद उठकर यह कहेंगे कि उन्हें अब इंग्लैंड के लिए बल्लेबाजी करने या खेलने का जुनून नहीं रहा. वह उस दौर में भी जब इंग्लैंड ने 17 में से सिर्फ एक टेस्ट जीता और वह कप्तान थे तब भी बेहतरीन खेल रहे थे. लेकिन वह इस सबको उस नजरिए से नहीं देखते. यही चीज उन्हें खास बनाती है. वह बस खेलना और इंग्लैंड के लिए मैच जीतना पसंद करते हैं. इसलिए यह देखना बहुत दिलचस्प होगा कि वह नंबर दो पर बने रहते हैं या उस ‘एवरेस्ट’ को फतह कर नंबर एक बन जाते हैं.”
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