अररिया. जिले में संभावित बाढ़ के खतरों से निपटने के लिए व्यापक स्तर पर तैयारी की जा रही है. विभिन्न विभागों के समन्वय से बाढ़ पूर्व तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया है, ताकि आपातकालीन परिस्थिति में त्वरित व प्रभावी राहत व बचाव कार्य सुनिश्चित किया जा सके. सहायक आपदा प्रबंधन पदाधिकारी मृत्युंजय पांडेय ने बताया कि अररिया जिले से संबंधित तटबंधों के कटाव निरोधक कार्य पूरे कर लिये गये हैं. ताकि संभावित बाढ़ की स्थिति में सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके. उन्होंने बताया कि जिला स्तर पर कम्यूनिकेशन प्लान भी तैयार कर लिया गया है. ताकि आपदा की घड़ी में सूचनाओं का आदान-प्रदान बिना किसी रुकावट के हो सके. साथ ही खाद्य सामग्री सहित अन्य आवश्यक वस्तुओं की व्यवस्था के लिये निविदा की प्रक्रिया भी पूरी कर ली गयी है. जिससे बाढ़ के समय किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो. बताया गया कि जिला आपातकालीन संचालन केंद्र को पूरी तरह सक्रिय कर दिया गया है. इससे किसी भी आपात सूचना पर त्वरित कार्रवाई संभव हो सकेगी. उन्होंने यह भी बताया कि जिले में वर्तमान समय में कुल 236 नावें परिचालन योग्य स्थिति में हैं, इसके अलावा 45,423 पॉलिथीन शीट, 195 लाइफ जैकेट और 10 मोटरबोट उपलब्ध कराये गये हैं. जिन्हें राहत व बचाव कार्यों में प्रयोग किया जायेगा. बाढ़ की आशंका को देखते हुए संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की पहचान कर वहां ऊंचे स्थलों पर शरणस्थली चिह्नित किये गये हैं. ताकि आपात स्थिति में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर तत्काल पहुंचाया जा सके. इसके अतिरिक्त सभी अंचल स्तर पर भी राहत व बचाव दल का गठन कर लिया गया है. ताकि स्थानीय स्तर पर भी तुरंत सहायता उपलब्ध कराया जा सके. खराब पड़ी मोटरबोट की मरम्मत कार्य को भी तेज़ी से कराया जा रहा है. जिससे किसी भी परिस्थिति में नावों और मोटरबोट की कमी न हो. उन्होंने बताया कि प्रशासन की पूरी कोशिश है कि संभावित बाढ़ की स्थिति में लोगों को अधिक से अधिक सहायता उपलब्ध करायी जाये. जनहानि व संपत्ति की क्षति को न्यूनतम किया जा सके. जिले में बाढ़ के संभावित खतरों को देखते हुए जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क व तैयार है. ताकि किसी भी आपात परिस्थिति में जनता को तुरंत राहत व सुरक्षा उपलब्ध कराया जा सके.
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