प्रतिनिधि, अररिया बाढ़ और अन्य जलजनित आपदाओं से प्रभावी ढंग से निबटने के उद्देश्य से जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण अररिया की ओर से सुरक्षित तैराकी प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा. आपदा प्रबंधन पदाधिकारी मृत्युंजय पांडे ने बताया कि यह प्रशिक्षण विशेष रूप से 6 से 18 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों व युवाओं के लिए होगा. प्रशिक्षण कार्यक्रम छह चरणों में आयोजित किया जाएगा, यह कार्यक्रम जिले के अररिया, फारबिसगंज, नरपतगंज व जोकीहाट प्रखंडों में आयोजित किया जायेगा. प्रशिक्षण का उद्देश्य बच्चों और युवाओं को आपदा की स्थिति में सुरक्षित तैराकी व जल सुरक्षा के जरूरी कौशल प्रदान करना है, ताकि वे स्वयं की सुरक्षा कर सकें और जरूरत पड़ने पर दूसरों की भी मदद कर सकें. इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि यह राज्य स्तरीय पहल है और बिहार के 17 जिलों में इस तरह का प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किया जाएगा. उन्होंने अभिभावकों, विद्यालयों और पंचायत प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वे इस कार्यक्रम के प्रति जागरूकता फैलाएं और अधिक से अधिक बच्चों को भाग लेने के लिए प्रेरित करें. बाढ़ और अन्य जलजनित आपदाओं से प्रभावी ढंग से निबटने के उद्देश्य से जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण अररिया की ओर से सुरक्षित तैराकी प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा. आपदा प्रबंधन पदाधिकारी मृत्युंजय पांडे ने बताया कि यह प्रशिक्षण विशेष रूप से 6 से 18 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों व युवाओं के लिए होगा. प्रशिक्षण कार्यक्रम छह चरणों में आयोजित किया जाएगा, यह कार्यक्रम जिले के अररिया, फारबिसगंज, नरपतगंज व जोकीहाट प्रखंडों में आयोजित किया जायेगा. प्रशिक्षण का उद्देश्य बच्चों और युवाओं को आपदा की स्थिति में सुरक्षित तैराकी व जल सुरक्षा के जरूरी कौशल प्रदान करना है, ताकि वे स्वयं की सुरक्षा कर सकें और जरूरत पड़ने पर दूसरों की भी मदद कर सकें. इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि यह राज्य स्तरीय पहल है और बिहार के 17 जिलों में इस तरह का प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किया जाएगा. उन्होंने अभिभावकों, विद्यालयों और पंचायत प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वे इस कार्यक्रम के प्रति जागरूकता फैलाएं और अधिक से अधिक बच्चों को भाग लेने के लिए प्रेरित करें.
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