Bihar News: अररिया जिला मंडल कारागार में 05 साल से शराब मामले में सजा काट रहे कैदी की जेल में ही मौत हो गई. मौत कैसे हुई, यह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही सामने आयेगा. फिलहाल इलाज के सदर अस्पताल लाया गया. जहां मौजूद चिकित्सक ने उसे मृत बता दिया.
शराब के साथ जब्त ट्रक का था खलासी
मामले में मिली जानकारी के अनुसार मृतक कैदी पश्चिम बंगाल के मालदा अंतर्गत कमलडांगा फुलडांगा निवासी शिबू घोष (27) पिता गंगाधर घोष को शराब कांड मामले में 05 साल की सजा हुई थी. वह ट्रक में खलासी था. पुलिस चेकिंग में अररिया में ट्रक के साथ शराब पकड़ाया था. जिसमें ट्रक चालक पूर्व में छूट गया. लेकिन खलासी को 5 साल की सजा हुई. जिसका वह सजा काट रहा था.
ALSO READ: अनिसाबाद-एम्स एलिवेटेड रोड 1000 करोड़ से बनेगा! जाम से मुक्ति देगी पटना की 9 किलोमीटर लंबी सड़क

भाई मिलने आया तो मुंह से निकल रहा था खून
मृतक के भाई इंदु घोष ने बताया कि वह अपने भाई से मिलने गुरुवार की सुबह मालदा से आया था. बताया कि पुलिस जब उसे लेकर आया तो भाई के मुंह से काफी खून निकल रहा था. शरीर पर कई जगह खून के धब्बे के निशान मिले. पुलिस शिबू घोष को लेकर सदर अस्पताल पहुंची. जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया.
बोले कारा अधीक्षक…
कारा अधीक्षक सुजीत कुमार झा ने बताया कि मृतक विचाराधीन कैदी को निमोनिया हो गया था. साथ ही अन्य कई बीमारी से वह ग्रसित था. उसका इलाज कराया जा रहा था. अररिया से भागलपुर के बाद पटना से इलाज कराकर कुछ दिन पहले वह कारागार लौटा. गुरुवार की सुबह अचानक से शिबू घोष की मौत हो गई. जबकि मृतक शिबू घोष की रिहाई डेढ़ से 02 महीने के बीच होने वाली थी. अपनी सजा काटने के बाद वह खुशी-खुशी अपने घर जा सकता था.
बार-बार जिला मंडलकारा में घट रही घटना, प्रशासन नहीं चेत रही
जिला मंडलकारा में कैदी की मौत, आत्महत्या करना या करने की कोशिश करना आदि कोई नई बात नहीं है. गत बुधवार 02 जुलाई 2025 को भी कैदी मधेपुरा निवासी सुधीर राम ने जेल में ही फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या करने की कोशिश की. जिसका इलाज भागलपुर मेडिकल कॉलेज में किया जा रहा है. बार बार जिला मंडलकारा में हो रहे कैदी की मौत से जेल प्रशासन चेत नहीं रहा है.