अररिया. व्यवहार न्यायालय अररिया के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम) अमरेंद्र प्रसाद ने जेल व पर्यवेक्षक गृह का निरीक्षण किया. इस दौरान सीजेएम व एसीजेएम सह डीएलएसए सेक्रेटरी ने बंदियों से मुलाकात की. उनसे उनकी समस्याओं के संबंध में पूछताछ किया गया. निरीक्षण के दौरान बंदियों के रहने के सभी वार्ड, वासरुम, सभी वार्डों में पानी की उपलब्धता, कारा अस्पताल, कारागत बंदियों को दी जाने वाली स्वास्थ्य सेवाएं, मुलाकाती कक्ष, भीसी की व्यवस्था, भोजनालय, महिला वार्ड, महिलाओं वं उनके साथ रहने वाले बच्चों को दी जाने वाली सुविधाओं, काराधीन बंदियों के अध्ययन-अध्यापन का कार्य का निरीक्षण किया गया. साथ ही आवश्यक दिशा निर्देश दिये. इन पदाधिकारियों के द्वारा कारा परिसर, शौचालयों, सभी वार्डों व नालों के साफ-सफाई के लिए कारा अधीक्षक को व्यक्तिगत रूप से ध्यान देने के लिए निर्देशित किया गया. निरीक्षण के दौरान कैदियों को बतलाया गया कि जेल लीगल एड क्लिनिक के माध्यम से आवश्यकतानुसार सभी कारागत बंदी आवश्यक विधिक सहायता का लाभ उठा सकते हैं. पुनः इन पदाधिकारियों के द्वारा पर्यवेक्षण गृह अररिया का निरीक्षण किया गया. जहां बच्चों को प्रदान की जाने वाली सुविधाओं का मूल्यांकन किया गया. पर्यवेक्षण गृह अररिया को निर्देशित किया गया कि बच्चों के स्वास्थ्य व शिक्षा पर वह विशेष रूप से ध्यान दें. नियमित रूप से पर्यवेक्षण गृह की साफ-सफाई का स्वयं के स्तर से मूल्यांकन करें. मौके पर जेल सुपरिटेंडेंट सुजीत कुमार झा, जिला बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक शंभु रजक, पर्यवेक्षण गृह अररिया के अधीक्षक बबलू पाल सहित अन्य कर्मी थे.
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