फारबिसगंज. फारबिसगंज में नेत्रदान का जगा अलख अब रंग लाने लगा है. जुलाई माह में फारबिसगंज में चार लोगों का मरणोपरांत नेत्रदान संपन्न हुआ. दधीचि देहदान समिति व तेरापंथ युवक परिषद के सहयोग से बीती मध्य रात्रि स्व गिन्नी देवी धनावत का मरणोपरांत नेत्रदान संपन्न हुआ. कटिहार मेडिकल कॉलेज अस्पताल के नेत्र विभागाध्यक्ष डॉ अतुल मिश्रा के निर्देश पर डॉ हामिद के नेतृत्व में चिकित्सक डॉ मासूम वारिस व डॉ अभिनव की टीम की तत्परता से रात्रि लगभग एक बजे नेत्रदान की प्रक्रिया संपन्न कराई. कोठीहाट रोड निवासी स्व महावीर धनावत की पत्नी स्व गिन्नी देवी का देहावसान रात्रि साढ़े नौ बजे हुआ. देहावसान की जानकारी मिलने के बाद दधीचि देहदान समिति के जिलाध्यक्ष आजादशत्रु अग्रवाल मृतका के घर पर पहुंचे व उनके परिजनों से नेत्रदान को लेकर पहल की. परिजनों ने सहमति मिलने के बाद कटिहार मेडिकल कॉलेज अस्पताल की टीम से संपर्क स्थापित किया गया. केएमसीएच की टीम ने तत्परता दिखाते हुए मध्य रात्रि एक बजे फारबिसगंज पहुंचकर नेत्रदान की प्रक्रिया अपनाते हुये मृतका का कॉर्निया कलेक्ट किया. स्व गिन्नी देवी धनावत के देहांत के पश्चात उनके पुत्र हरि धनावत ने नेत्रदान की स्वीकृति प्रदान की. उन्होंने बताया कि उनके माताजी बहुत ही धार्मिक प्रवृति की थी. परिवार के सदस्यों ने नेत्रदान के लिए देहदान समिति, युवक परिषद व चिकित्सक की टीम को बहुत साधुवाद दिया. जुलाई महीने में फारबिसगंज में यह चौथा नेत्रदान हुआ है. इससे पहले स्व किशनलाल जी भंसाली, उमेशचंद्र विश्वाश व स्व मोतीलाल जी बैद का नेत्रदान संपन्न हुआ. 10
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