फारबिसगंज लोकनायक जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में लड़े गये छात्र आंदोलन के सेनानियों को अब तक वह सम्मान नहीं मिला,जो उन्हें मिलना चाहिये. आंदोलन के दौरान जेल जाने वाले व भूमिगत रहने वाले आंदोलनकारियों को पेंशन दे. उपरोक्त बातें अररिया से पांच बार लोकसभा में प्रतिनिधित्व करने वाले पूर्व सांसद व राजद के राष्ट्रीय महासचिव सुकदेव पासवान ने मंगलवार को आपातकाल के 50 वें वर्ष गांठ के मौके से पूर्व शहर के एक होटल में प्रेस वार्ता के दौरान कही. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार छात्र आंदोलन के उपज हैं व उनके नेतृत्व वाली बिहार सरकार जेपी आंदोलनकारियों को समुचित सम्मान दे. पूर्व सांसद सुकदेव पासवान ने आपातकाल के 50 वें वर्ष गांठ के मौके पर कहा कि अगर जेपी आंदोलनकारियों को समुचित सम्मान नहीं दिया गया तो वे फिर से सम्मान को लेकर बिहार व झारखंड में आंदोलन का सूत्रपात करेंगे. जेपी आंदोलन के उपज सुकदेव पासवान ने आंदोलनकारियों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि विश्व प्रसिद्ध महान आंचलिक कथाकार फणीश्वरनाथ रेणु, हरेकृष्ण गुप्ता, लालचंद सहनी, नक्षत्र मालाकार, रुद्र नारायण देव, डॉ एन एल दास, मोतीलाल जैन, मुमताज अहमद, शिवकुमार साह, रामराज गुप्ता, ईश्वरचंद यादव, रामाशंकर गुप्ता, जनार्दन यादव, मायानंद ठाकुर, नरेश सिंह, सुरेश सिंह, रामानंद ठाकुर, चंद्रशेखर देव, नागेंद्र सिंह, बैजनाथ सिंह, अरुण पंजियार, दिनेश नायक, जयप्रकाश नारायण महतो, विष्णु नायक, डॉ एसपी नायक, सुधीर नायक जैसे असंख्य आंदोलनकारी मीसा व जीआइआर कानून के तहत जेल गये थे व आंदोलन को लीड किया था.
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