भरगामा. प्रखंड के 20 पंचायतों के विभिन्न राजस्व ग्रामों में शिविरों का आयोजन किया जा रहा है. जहां कृषि समन्वयक व राजस्व कर्मचारी किसानों की पहचान व भूमि संबंधी दस्तावेजों की जांच कर फार्मर रजिस्ट्री कार्ड बना रहे हैं. शिविर के दौरान कृषि समन्वयक किसानों का ई-केवाईसी पूरा करते हैं. जबकि राजस्व कर्मचारी जमीन का ऑनलाइन रसीद सत्यापित करते हैं. इन दोनों प्रक्रियाओं के बाद किसानों का फार्मर आईडी जेनरेट किया जाता है. प्रशिक्षु बीएओ सह नोडल पदाधिकारी (फार्मर रजिस्ट्री) ने जानकारी दी कि प्रखंड में कुल 39,311 किसान कृषि पोर्टल पर पंजीकृत हैं. पहले चरण में इनमें से 1,500 किसानों का फार्मर आईडी तैयार किया गया है. प्रशिक्षु बीएओ आलोक प्रकाश ने बताया कि यह कार्ड एक तरह का कृषक पहचान पत्र है. जिससे किसानों को कृषि विभाग की सभी योजनाओं का लाभ बिना किसी बाधा के मिलेगा. खासकर पीएम किसान सम्मान निधि के लाभुकों के लिए यह कार्ड अनिवार्य है. भविष्य में बिना फार्मर रजिस्ट्री कार्ड के पीएम किसान योजना का लाभ नहीं मिल पायेगा. कार्ड बनवाने के लिए किसानों को निम्नलिखित दस्तावेज शिविर में साथ लाने होंगे जैसे आधार कार्ड, स्वयं के नाम की जमीन का ऑनलाइन रसीद,किसान पंजीयन संख्या, सक्रिय मोबाइल नंबर. कृषि विभाग की ओर से सभी किसान भाइयों से अपील की गई है कि वे निर्धारित तिथि व स्थान पर शिविर में पहुंचकर अपना फार्मर रजिस्ट्री कार्ड अवश्य बनवाएं.ताकि भविष्य में किसी भी योजना से वंचित न रह जाएं.2
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है