भरगामा. प्रखंड के मानुलहपट्टी पंचायत अंतर्गत जन वितरण प्रणाली की दुकान में लाभुकों द्वारा लगाए गए गंभीर आरोपों की जांच प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी (एमओ) रामकल्याण मंडल ने की. वे पीडीएस दुकानदार सुशील कुमार पासवान की दुकान पर पहुंचे व स्टॉक रजिस्टर, पॉश मशीन, आयरिश स्कैनिंग प्रणाली समेत अन्य दस्तावेजों की बारीकी से जांच की. जांच के दौरान एमओ ने मौके पर उपस्थित दर्जनों लाभुकों से भी सीधे संवाद किया. लाभुकों में सोनू कुमार, अमरिका देवी, सोनी देवी, किरण कुमारी, उर्मिला देवी, गीता देवी, छेदन देवी, ममता देवी व रीना देवी सहित अन्य लोगों ने बताया कि डीलर दो-दो महीने तक अंगूठा (फिंगरप्रिंट) लेने के बावजूद अनाज नहीं देते हैं. कभी मशीन खराब होने, कभी स्टॉक खत्म होने का बहाना बनाकर उन्हें लौटा दिया जाता है. लाभुकों ने यह भी आरोप लगाया कि डीलर द्वारा कभी-कभी राशन कार्ड होने के बावजूद यह कहा जाता है कि उनका नाम सिस्टम में नहीं आ रहा है. जबकि अन्य जगह से जांच में कार्ड वैद्य पाया जाता है. वहीं जांच के दौरान मौजूद ग्रामीणों ने प्रशासन की पहल की सराहना की व दोषी डीलर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की. ग्रामीणों का कहना है कि यदि समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो वे आगे जिला कार्यालय तक शिकायत ले जाने को विवश होंगे एमओ रामकल्याण मंडल ने कहा कि जन वितरण प्रणाली में पारदर्शिता बनाये रखना प्रशासन की पहली प्राथमिकता है. लाभुकों से मिली जानकारी व दस्तावेजी जांच के आधार पर प्रारंभिक तौर पर अनियमितता की पुष्टि हुई है. जांच रिपोर्ट वरीय पदाधिकारियों को भेज दी गयी है व उनके निर्देशानुसार आवश्यक कार्रवाई की जायेगी. भविष्य में भी पीडीएस दुकानों की नियमित रूप से जांच की जायेगी जिससे कोई भी डीलर लाभुकों का शोषण नहीं कर सकें.
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