कुर्साकांटा. बिहार के मिथिला क्षेत्र का प्रसिद्ध पर्व मधुश्रावणी व्रत रविवार को वैदिक मंत्रोच्चार के साथ विधि विधान पूर्वक संपन्न हो गया. नव विवाहित महिला पूरी निष्ठा से विधि विधान पूर्वक श्रद्धाभाव से पति की दीर्घायु की कामना के साथ दांपत्य जीवन मंगलमय हो को लेकर व्रत रखती हैं. इसमें माता पार्वती व देवों के देव महादेव की विशेष रूप से पूजा-अर्चना की जाती है. मधुश्रावणी व्रत मान्यता के अनुसार 14 दिनों तक चलता है. जिसमें व्रती नव विवाहिता नमक का त्याग कर सात्विक जीवन जीती हैं. व्रत के दौरान गांव की बड़ी व बुजुर्ग महिला व्रती महिला को दाम्पत्य जीवन से संबंधित प्रेरणादायक कथा सुनाती हैं. वहीं कथा में दांपत्य जीवन व्यतीत करने को लेकर आवश्यक जानकारी के साथ दांपत्य जीवन के गूढ़ विषय की जानकारी देती हैं. मधु श्रावणी व्रत रविवार को पूरी निष्ठा के साथ संपन्न हुआ.
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