सिकटी. प्रखंड के कई गांव में बुधवार को केंद्रीय टीम द्वारा स्वच्छता सर्वेक्षण किया जायेगा. स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत स्वच्छता सर्वेक्षण ग्रामीण 2025 की शुरूआत की गयी है. इसमें गांवों की साफ-सफाई व स्वच्छता की परख की जायेगी. इसी आधार पर राष्ट्रीय स्तर पर गांवों की स्वच्छता रैंकिंग जारी की जायेगी. टीम द्वारा प्रखंड के कई मॉडल स्वघोषित गांवों का सत्यापन किया जायेगा. इसके लिए 1000 अंक निर्धारित है. इसका मुख्य उद्देश्य जिले के ग्रामीण इलाकों में स्वच्छता के निमित्त प्रतियोगिता आयोजित करना है. प्रतियोगिता के आधार पर जिले को रैंकिंग प्रदान की जायेगी. स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए सिटीजन फीडबैक एप लांच किया गया. इसके माध्यम से आम लोगों की राय ली जायेगी. इसे स्वच्छता सर्वेक्षण में शामिल कर गांवों की स्वच्छता रैंकिंग जारी की जायेगी. स्वच्छता सर्वेक्षण में लोगों के फीडबैक के आधार पर अंक दिये जायेंगे. जानकारी देते प्रखंड समन्वयक स्वच्छता रमण कुमार ने बताया कि टीम गांवों की आंगनबाड़ी, स्वास्थ्य उपकेंद्र, पंचायत भवन व सार्वजनिक स्थलों की स्वच्छता का सर्वेक्षण कर उसका मूल्यांकन करेगी. केंद्रीय टीम गावों व पंचायत में स्वच्छता सर्वेक्षण कर साफ-सफाई का मूल्यांकन करेगी. इसके आधार पर भी रैंकिंग तय होगी. वहीं मोबाइल एप व फील्ड सर्वे के माध्यम से आमजनों से उनकी राय लेगी. बीडीओ परवेज आलम ने बताया कि गांवों की स्वच्छता सर्वेक्षण का मुख्य पैमाना गांवों को स्वच्छ, सुंदर व टिकाउ बनाना है. इसका मुख्य उद्देश्य ठोस व तरल अपशिष्ट प्रबंधन को बेहतर बनाना व ग्रामीणों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करना है. स्वच्छता सर्वेक्षण में बेस्ट रैंकिंग लाने वाले पंचायत को पुरस्कृत करने की बात कही जा रही है, साथ ही स्वच्छता सर्वेक्षण में प्रदेश स्तर पर अव्वल आने वाले गांवों को भी सम्मानित किया जायेगा. केंद्रीय टीम के 02 जुलाई को पहुंचने की संभावना है. जिले की रैंकिंग के लिए एक हजार के अंक में डेस्कटॉप वेरिफिकेशन, ग्राम स्तर पर अवलोकन, सामुदायिक स्थलों का स्व अवलोकन व सामुदायिक स्वच्छता के फीडबैक की रैंकिंग तय होगी.
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