रेणु के शहर में लेखक हक्कानी अल कासमी का हुआ भव्य स्वागत अररिया. अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त लेखक व आलोचक हक्कानी अल कासमी का अररिया पहुंचने पर भव्य सम्मान समारोह सह अदबी गोष्ठी का आयोजन किया गया. अंजुमन सोशियो लिटरेरी सोसाइटी अररिया के सौजन्य से राष्ट्रीय स्तर के कहानीकार व उर्दू पत्रकार जमशेद आदिल के आजाद नगर स्थित आवास पर अभिनंदन समारोह सह उर्दू गोष्ठी का आयोजन किया गया. अध्यक्षता उर्दू के मशहूर अफसाना निगार प्रो रफी हैदर अंजुम ने किया. जबकि कार्यक्रम का संचालन लेखक मौलाना शाहिद आदिल कासमी ने किया. जिले के बगदहरा गांव में जन्मे हक्कानी अल कासमी आज देश हीं नहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर का उर्दू साहित्य का एक नामचीन नाम हैं. उन्होंने 50 से अधिक किताबें लिखी हैं, उनके द्वारा उर्दू में लिखी गयी पुस्तक रेणु के शहर में काफी लोकप्रिय हुई. इसके अलावा जिस्म के जमालियात भी काफी लोकप्रिय हुआ. अंजुमन ने इन्हें बुके व शॉल भेंटकर सम्मानित किया. इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि इनकी लेखनी में फ़नीश्वर नाथ रेणु व मुंशी प्रेम चंद की लेखनी की झलक दिखती है. वक्ताओं ने कहा वह दिन दूर नहीं जब यह शहर हक्कानी के नाम से भी जाना जायेगा. हम सभी लेखक व कहानीकार के लिए प्रेरणाश्रोत हैं. इस मौके उन्होंने बताया कि रेणु के शहर में जो उर्दू में उन्होंने लिखा है इसका हिंदी रूपांतर भी जल्द प्रकाशित होने जा रहा है. बताया कि आज पाकिस्तान के भी कई बड़े मैगजीन में रेणु की कहानियां छप रही हैं, जिसे वहां के लोग भी काफी पसंद करते हैं. इस अदबी गोष्ठी में जमशेद आदिल अलीग, रजी अहमद तनहा, तारिक बीन शाकिब, रहबान अली राकेश, परवेज आलम, नैयारुज्जमा, प्रो अहसन, फरमान अली फरमान, दीपक दास, फिरोज आलम, कमर मासूम, शाहजहां शाद, अरशद अनवर अलिफ व आमिर रेजा आदि ने भी इस अदबी गोष्ठी में अपने विचार व्यक्त किये. 32
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