:47-प्रतिनिधि, सिकटी भारत पाकिस्तान के बीच ऑपरेशन सिंदूर के बाद उत्पन्न स्थिति को देखते हुए इंडो नेपाल बॉर्डर समेत जिले की सुरक्षा को लेकर पुलिस प्रशासनिक गतिविधियां तेज हो गयी हैं. इसके मद्देनजर शनिवार को एसएसबी के डीआइजी राजेश टिक्कू व पुलिस उपमहानिरीक्षक प्रमोद कुमार मंडल सहित जिले के कई वरीय एसएसबी व पुलिस अधिकारियों के साथ सिकटी पहुंचे. एसएसबी 52 वीं वाहिनी सिकटी कंपनी परिसर में पुलिस उपमहानिरीक्षक की अध्यक्षता में सीमा सुरक्षा को लेकर उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की गयी. इस दौरान सीमावर्ती क्षेत्रों में सीमा की सुरक्षा, असामाजिक तत्वों पर कार्रवाई करने, प्रत्येक गतिविधि पर पैनी नजर रखने, 24 घंटे सीमा पर गश्त, सघन तलाशी अभियान, संदिग्ध का अलग प्रोफ़ाइल बनाने, पहचान पत्र की जांच सहित सीमा सुरक्षा को लेकर कई अहम बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा की गयी. बैठक में मुख्य रूप से पुलिस अधीक्षक अररिया अंजनी कुमार, एसएसबी 52वीं वाहिनी अररिया कमाडेंट महेंद्र प्रताप, 56वीं वाहिनी बथनाहा के कमाडेंट सुरेंद्र विक्रम, डीएसपी रामपुकार सिंह, डिप्टी कमाडेंट 52वीं वाहिनी आनंद प्रकाश, कंपनी कमाडर सहित एसएसबी व पुलिस प्रशासन के कई वरीय अधिकारी शामिल हुए. लगभग दो घंटे तक चली इस उच्च स्तरीय बैठक में सीमा पार होने वाली हलचलों से लेकर स्थानीय सुरक्षा उपायों तक हर पहलुओं की गहन समीक्षा की गयी. पुलिस उपमहानिरीक्ष ने सभी अधिकारियों से जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों का फीडबैक लिया व आवश्यक दिशा-निर्देश दिये. डीआइजी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सीमावर्ती क्षेत्रों में हर गतिविधि पर कड़ी नजर रखी जाये व किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तत्काल दी जाये. उन्होंने यह भी कहा कि नेपाल सीमा से सटे संवेदनशील एरिया में जवानों की संख्या बढ़ाते हुए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की जाये. बॉर्डर पर गश्ती बढ़ाने, संवेदनशील क्षेत्रों में विशेष निगरानी रखने व स्थानीय प्रशासन के साथ समन्वय बनाने पर भी जोर दिया गया.
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