आरा. समाहरणालय सभागार में जिलाधिकारी तनय सुल्तानिया की अध्यक्षता में जिलास्तरीय कृषि टास्क फोर्स की बैठक की गयी.
बैठक में कृषि विभाग से संबंधित विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गयी एवं संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये गये. समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने जिले में वर्षा की स्थिति की विस्तृत जानकारी प्राप्त की. बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों की चर्चा करते हुए उन्होंने जिला कृषि पदाधिकारी को निर्देश दिया कि बड़हरा एवं शाहपुर प्रखंड के जवईनिया पंचायत सहित अन्य प्रभावित पंचायतों में फसल क्षति का शीघ्र आकलन कर मुआवजा की प्रक्रिया प्रारंभ की जाये,ताकि प्रभावित किसानों को समय पर सहायता उपलब्ध करायी जा सके. राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन योजना के अंतर्गत कोईलवर, संदेश, आरा सदर, बिहियां एवं जगदीशपुर प्रखंडों से कुल 10 क्लस्टरों का चयन किया गया है. इनका कुल क्षेत्रफल 500 हेक्टेयर है. इससे 1250 कृषक लाभान्वित होंगे. जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि चयनित कृषकों को कृषि विज्ञान केंद्र के माध्यम से प्रशिक्षण प्रदान किया जाये. खरीफ 2025 के लिए जिले में उर्वरकों की पर्याप्त उपलब्धता की जानकारी दी गयी. इसमें यूरिया 17954.84 टन, डीएपी 3026.98 टन, एनपीके 10474.72 टन, एमओपी 1420.75 टन तथा एसएसपी 7899.63 टन शामिल हैं. जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिया कि अवैध रूप से संचालित उर्वरक प्रतिष्ठानों के विरुद्ध टीम गठित कर छापेमारी की जाए तथा आवश्यकतानुसार अनुज्ञप्ति रद्द करने की कार्रवाई सुनिश्चित की जाये. कृषि यंत्रीकरण योजना के तहत कस्टम हायरिंग के लिए ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से आवेदन लिये जायेंगे. जिलाधिकारी ने इस संबंध में सभी प्रक्रियाएं निर्धारित मार्गदर्शिका के अनुसार समयबद्ध रूप से पूर्ण कराने के निर्देश दिये. मौके पर उपविकास आयुक्त, सहायक समाहर्ता, डीएओ, परियोजना निदेशक आत्मा, जिला सहकारिता पदाधिकारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी, जिला मत्स्य पदाधिकारी, जिला सांख्यिकी पदाधिकारी, कार्यपालक अभियंता, सोन नगर लघु सिंचाई एवं विद्युत आपूर्ति विभाग सहित अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे.बंद पड़े ट्यूबवेल को यथाशीघ्र चालू कराएं
लघु सिंचाई प्रमंडल की समीक्षा के क्रम में जिलाधिकारी ने सभी बंद पड़े ट्यूबवेल को यथाशीघ्र चालू कराने का निर्देश दिया. वहीं, मत्स्य विभाग की समीक्षा में यह जानकारी दी गयी कि पीरो प्रखंड अंतर्गत लहठान क्षेत्र में चिह्नित कृषकों द्वारा बड़े तालाबों में मत्स्य पालन किया जा रहा है. जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि उक्त क्षेत्र का निरीक्षण तिथि निर्धारित कर सुनिश्चित किया जाये. जिलाधिकारी ने सभी विभागीय अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि वे अपने-अपने विभागीय लक्ष्यों को हर हाल में समयबद्ध रूप से पूर्ण करें तथा कार्यों की सतत निगरानी सुनिश्चित करें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है