आरा.
आरा नगर निगम का प्रतिवर्ष का करोड़ों का बजट है. फिर भी अभी तक प्रमुख नाली नालियों का भी तक पक्कीकरण नहीं किया गया है. ऐसे में नगर निगम के बजट के औचित्य पर प्रश्न खड़ा होने लगा है. नगरवासी कर तो नगर निगम का दे रहे हैं, पर सुविधा उन्हें नगर पालिका से भी बदतर मिल रही है. नगर निगम की स्थापना की 18 वर्ष के बाद भी नालियों का पक्कीकरण नहीं होना नगर सरकार के निष्क्रियता का ज्वलंत उदाहरण है. चंदवा मोड़ से आगे जीर्ण शीर्ण अवस्था में है नालीमहीने भर से नाली जाम है. मुहल्लेवासी नरक का जीवन जीने को मजबूर हैं. इसके बाद भी इस पर कार्रवाई नहीं की जा रही है. निगम कर्मियों का कहना है कि चंदवा मोड़ से आगे नाली को भर दिया गया है. इस कारण इसकी सफाई नहीं हो पा रही है. स्थिति यह है कि चंदवा मोड़ से आगे नाली जीर्ण शीर्ण अवस्था में है. चंदवा मोड़ से नदी के बीच की दूरी महज 50 से 60 मीटर है. इसके बावजूद इस नाले का पक्कीकरण नहीं किया जा रहा है. नाली का पक्कीकरण नहीं होने से पानी जमा रहता है.इससे कई तरह के विषाणु उत्पन्न होते हैं. वहीं, दुर्गंध भी निकलता है. इससे लोगों को रहना मुश्किल हो रहा है. चंदवा मोड़ से पहले नाली का पक्कीकरण तो है, पर इस नाली का पक्कीकरण नहीं होने से सभी नालियों में पानी जाम रहता है. कच्ची एवं जीर्ण शीर्ण नाली से पानी नहीं निकल पा रहा है. अभी तक कच्ची नालियां ही मोहल्ले के पानी निकासी का बोझ ढो रही हैं. हालांकि अब भवनों की बेतहाशा बढ़ती संख्या एवं बढ़ती जनसंख्या के कारण पानी निकासी का बोझ इन जर्जर एवं जीर्ण शीर्ण नालियों से नहीं उठाया जा रहा है. यदि इसका पक्कीकरण कर दिया जाता है तो अवधपुरी सहित कई मोहल्ला का पानी आसानी से निकल जायेगा. मोहल्लेवासियों को काफी सुविधा होगी.अन्यथा चंदवा मोड़ से पूरब से आने वाली नाली का पानी जमा हो जाता है. उससे आगे की नाली के कच्ची होने एवं काफी घास आदि लगने से पानी निकलने में काफी सुविधा होती है. इतना ही नहीं तो कच्ची नाली को भी लोगों ने भर दिया है. इससे समस्या और विकट हो चुकी है. ऐसे में इस नाली का निर्माण आवश्यक है. मोहल्लेवासियों का कहना है कि वर्षों से इसका पक्कीकरण नहीं होने से काफी समस्या हो रही है. नाली पर सजाई गयी हैं दुकानस्थिति ऐसी है कि चंदवा मोड़ से आगे नदी तक नाली पर ही दुकान सजाया जाता है. इससे नाली की स्थिति काफी दयनीय है. नाली भर गई है.किसी तरह पानी निकलता है. दुकान वालों द्वारा नाली का अतिक्रमण कर लिया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है