Bihar News: बिहार के अरवल जिले में कानून की रक्षा करने वाली पुलिस पर ही कानून तोड़ने का आरोप लगा है. 80 वर्षीय बुजुर्ग महिला लाखमणो देवी के साथ मारपीट करने वाले दारोगा राघव कुमार झा को आखिरकार निलंबित कर दिया गया. इस घटना का वीडियो सामने आने के बाद सरकार की कार्रवाई पर सवाल उठने लगे थे, लेकिन मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप के बाद पुलिस प्रशासन हरकत में आया और आरोपी दारोगा पर गाज गिरी.
क्या है पूरा मामला?
यह घटना 29 नवंबर की है, जब अरवल जिले में खजुरी पैक्स चुनाव के दौरान एसआई राघव कुमार झा पर एक पक्ष का समर्थन करने का आरोप लगा. इसी बीच चुनावी विवाद में राजद प्रदेश सचिव रामाशीष रंजन और अरवल मुखिया संघ के जिलाध्यक्ष अभिषेक रंजन की पुलिस से बहस हो गई. उसी रात पुलिस ने उनके घर छापेमारी की, जहां एसआई राघव झा ने 80 वर्षीय बुजुर्ग महिला लाखमणो देवी के साथ बेरहमी से मारपीट की.
CCTV में कैद हुई बर्बरता
इस पिटाई की घटना को CCTV कैमरों ने कैद कर लिया. वीडियो में दिखा कि किस तरह कानून के रक्षक ही कानून की धज्जियां उड़ा रहे थे. इस वीडियो के सार्वजनिक होने के बाद इलाके में आक्रोश फैल गया और पुलिस प्रशासन पर कार्रवाई का दबाव बढ़ने लगा.
राजनीतिक दबाव के बाद भी टालमटोल करती रही पुलिस
घटना के विरोध में स्थानीय सांसद, विधायक और कई नेताओं ने पुलिस-प्रशासन से कार्रवाई की मांग की लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया. इसके बाद विधान पार्षद कुमार नागेंद्र उर्फ रिंकू यादव ने इस मुद्दे को विधान परिषद में उठाया. जब यह मामला सदन में गूंजा तो मुख्यमंत्री ने खुद इसका संज्ञान लिया और स्पष्ट निर्देश दिए कि दोषी पुलिसकर्मी पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.
ये भी पढ़े: पटना में हजारों मुर्गियों की मौत से हड़कंप! बर्ड फ्लू का साया मंडराया
मुख्यमंत्री के आदेश के बाद हरकत में आई पुलिस
मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद पुलिस महकमा एक्शन में आया और अरवल SP ने तत्काल प्रभाव से एसआई राघव कुमार झा को निलंबित कर दिया. SP द्वारा की गई जांच में दारोगा को दोषी पाया गया जिसके बाद उनके खिलाफ यह कड़ी कार्रवाई हुई.