औरंगाबाद ग्रामीण. मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बहुआरा गांव में वज्रपात की चपेट में आने से एक युवक की मौत हो गयी. मृतक की पहचान उक्त गांव निवासी योगेंद्र यादव के पुत्र दीपक कुमार के रूप में हुई है. घटना शनिवार की शाम की बतायी जा रही है. सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम के दौरान परिजनों ने बताया कि दीपक अपने पिता योगेंद्र यादव के साथ बधार में धान के बिचड़े की पटवन कर रहा था. दोनों पिता-पुत्र पाइप बिछाकर मोटर पंप के सहारे धान के बिचड़े की पटवन कर रहे थे. इसी दौरान अचानक तेज बारिश होने लगी. दीपक ने अपने पिता को घर जाने के लिए कहा, लेकिन उसके पिता घर नहीं गये. तभी अचानक बिजली कड़कने लगी और तेज गर्जन हुआ. इसी दौरान वज्रपात गिरा और क्षण भर में ही दीपक की मौत हो गयी. हालांकि, उसी जगह पर उसके पिता भी मौजूद थे, लेकिन बिजली कड़कने के दौरान ही उन्होंने अपना कान और आंख बंद कर लिया था. इसके कारण उनकी जान बाल-बाल बच गयी. जैसे ही योगेंद्र यादव की आंख खुली तो उन्होंने दीपक को मूर्छित अवस्था में देखा. इसके बाद शोर गुल मचाया. शोरगुल की आवाज सुनकर आसपास खेतों में काम कर रहे अन्य किसान वहां पहुंचे और उसे उठाकर आनन-फानन में इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचाया, जहां के डॉक्टरों ने नब्ज टटोलते ही मृत घोषित कर दिया. इधर, घटना की सूचना पर अन्य परिजन भी सदर अस्पताल पहुंचे और दीपक को मृत पड़ा देख शव से लिपटकर चीत्कार उठे. पत्नी रूपा का रो-रोकर बुरा हाल हो गया. परिजनों ने बताया कि दीपक घर का इकलौता था. एक वर्ष पहले ही उसकी मां की मौत हुई थी. इसी वर्ष 25 मई को दीपक की शादी हुई थी. शादी संपन्न हुए मात्र एक महीने ही हुए की वज्रपात की चपेट में आने से उसकी मौत हो गयी. इस घटना में घर का इकलौता चिराग बुझ गया. अब घर में उसकी सिर्फ छोटी बहन बच गयी. वैसे दीपक स्नातक का छात्र था. बड़ी बात है कि दीपक की पत्नी के हाथों की मेहंदी छूटने से पहले ही उसका सुहाग उजड़ गया. अस्पताल कर्मियों ने घटना की सूचना नगर थाने की पुलिस को दी. सूचना पर नगर थाना की पुलिस सदर अस्पताल पहुंची और मृतक के शव को कब्जें में लेकर परिजनों से जरूरी पूछताछ के उपरांत पोस्टमार्टम कराकर सौंप दिया.
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