कुटुंबा. संडा पथ स्थित सिकरिया गांव के समीप उत्तर कोयल मुख्य नहर के दोनों ओर की पक्की सड़क पर मिट्टी की मोटी परत चढ़ गयी है. ऐसे में दर्जनो गांव के लोगों को आवागमन करने में काफी दिक्कत हो रही है. यह सड़क कुटुंबा व नवीनगर प्रखंड के उत्तरी क्षेत्र को झारखंड से जोड़ती है. सड़क से होकर चलना फिरना मुश्किल हो गया है. मॉनसून की पहली बारिश सड़क की सूरत बदल दी है. नहर के पुल के समीप सड़क कीचड़ से पट्ट गयी है. बदरपुर से लेकर संडा मेला तक सड़क में खतरनाक गड्ढ़े उभर आये हैं. ब्राहिमपुर पिपरी गांव निवासी प्रो ब्रजनंदन पाठक व चौखड़ा गांव के अनिल सिंह ने बताया कि हाल में वाप्कोस द्वारा उत्तर कोयल मुख्य में लाइनिंग व संरंचनाओं का कार्य कराया जा रहा था. इस दौरान सिकरिया व कासीमपुर गांव के समीप संकीर्ण नहर की पुलिया को हटाकर दूसरा पुल बनाया जा रहा था. इसके लिए उक्त जगह पर आवागमन जारी रखने के लिए नहर में डायवर्सन तैयार किया गया था. हाईवा, टैंकर, जेसीबी व पोकलेन के परिचालन होते रहने से सड़क टूटकर बिखर गयी थी. यही नहीं लाईनिंग के दौरान सीएनएस कार्य के लिए मिट्टी मोरम व बालू का उपयोग किया जाना था. ऐसे में मिट्टी की परत ने पक्की सड़क को पूरी तरह से ढंक ली है. इधर चार-पांच दिनों से लगातार वर्षा का दौर जारी है. सड़क कीचड़ से भर गयी है. उस जगह पर पक्की सड़क से नहर का पुल तकरीबन चार फुट ऊंचा बनाया गया है. ऐसी स्थिति में सड़क से गुजरकर पुल पार होने के क्रम में बाइक सवार अक्सर गिरकर दुर्घटनाग्रस्त होते रहते हैं. सिकरिया गांव निवासी चौखड़ा मिडिल स्कूल के हेडमास्टर वीरेंद्र केशव ने बताया कि जब से बारिश शुरू हुई है, उस समय से अब तक 20-25 बाइक सवार कीचड़ से लथपथ सड़क से होकर पुल पार करने में दुर्घटनाग्रस्त हुए होंगे.
वैकल्पिक पथ बना ग्रामीणों को सहारा
संडा कुटुंबा पथ से होकर दर्जनों गांव के लोग नित्य दिन आवागमन करते है. इब्राहिमपुर, कासिमपुर, चौखड़ा, सैदपुर नौघड़ा से लेकर पिपरा बगाही पंचायत के लोग दैनिक आवश्यक वस्तुएं खरीदने के लिए इसी सड़क से बाजार जाते हैं. हाल की बारिश से कोई भी ग्रामीण इस सड़क से होकर पैदल गुजरने की जुर्रत नहीं कर रहे है. सबसे बड़ी बात तो यह है कि वर्मा व पिपराबगाही पंचायत के लोग कुटुंबा थाना मोड़ से न आकर एनएच 139 पथ संडा से होकर आवागमन करने रहे हैं. कुटुंबा निवासी चौखड़ा इंटर स्कूल के शिक्षक शक्ति कुमार सिंह ने बताया कि स्कूल में इंटर का एडमिशन चल रहा है. महज तीन किलोमीटर दूर स्थित समीप के स्कूल में पहुंचने के लिए अंबा बाजार से होकर जाना पड़ रहा है. ऐसे में 14 किलोमीटर दूरी तय करनी पड़ रही है. बुद्धजीवियों ने जिला प्रशासन के साथ संबंधित विभाग और वाप्कोस का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराते हुए आम जनहित में सड़क को सुदृढ करने की मांग की है. इस संबंध में आरइओ के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर अरुण कुमार के सरकारी नंबर पर संपर्क करने का प्रयास किया गया. उन्होंने फोन रिसीव करना मुनासिब नहीं समझा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है